पोस्ट ऑफिस से सूर्यघर योजना का रजिस्ट्रेशन कैसे करे

यदि आप भी पीएम सूर्यघर योजना (pm Syrya ghar yojna) का लाभ उठाना चाहते हैं और इसके लिए रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं, तो डाक विभाग द्वारा आपके इलाके के पोस्टमैन के माध्यम से यह सुविधा दी जा रही है या हम बताएंगे की पोस्ट ऑफिस से सूर्यघर योजना का रजिस्ट्रेशन कैसे करे ,पोस्टमैन द्वारा आपका सूर्यघर योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करने के लिए क्या-क्या जानकारी आपको तैयार रखनी है |

जैसा कि हम पहले बता चुके हैं कि सूर्य घर योजना (pm Syrya ghar yojna) के तहत सरकार 78000 तक की सब्सिडी दे रही है और इस योजना के लिए भारत सरकार की सभी नागरिक पात्र हैं| सरकार द्वारा पीएम सूर्यघर योजना के तहत दी जाने वाली सब्सिडी पर एक नजर किस प्रकार से है :-

सूर्यघर योजना -सोलर पैनल पर सब्सिडी

पैनल क्षमतामूल लागतसब्सिडी दरसब्सिडी राशिअंतिम लागत
1 किलोवाट₹50,00060%₹30,000₹20,000
2 किलोवाट₹1,00,00060%₹60,000₹40,000
3 किलोवाट₹1,45,00053.8%₹78,000₹67,000

आपके पोस्टमैन के जरिए मिलेगी पीएम सूर्य घर योजना को जानकारी

डाक विभाग द्वारा पीएम सूर्य घर योजना के तहत पोस्टमैन को रजिस्ट्रेशन की जिम्मेदारी दी गई है| संबंधित डाकघर के पोस्टमैन को सरकार द्वारा एक मोबाइल एप दिया गया है जिसके माध्यम से वह पीएम सूर्य घर में रजिस्ट्रेशन करने वाले लोगों की जानकारी प्राप्त करेंगे |

पोस्टमैन इस योजना के बारे में लोगों को जानकारी देंगे, ओर इच्छुक लोगो को मोबाइल ऐप के माध्यम से पीएम सूर्य घर योजना के तहत लोगों का रजिस्ट्रेशन भी करेंगे| अतः इस बारे में यदि आप स्वयं रजिस्ट्रेशन नहीं कर सकते या रजिस्ट्रेशन करने में आपको कोई परेशानी आ रही है तो आप अपने इलाके के नजदीकी डाकघर में जाकर या अपने इलाके के पोस्टमैन से बात कर इस योजना के तहत अधिक जानकारी ले सकते हैं और रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं| आगे में बताएंगे कि पोस्टऑफिस से सूर्यघर योजना का रजिस्ट्रेशन कैसे करे|

पोस्टऑफिस से सूर्यघर योजना का रजिस्ट्रेशन कैसे करे



डाकघर से कैसे करें पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का पंजीकरण (Post office surya ghar registration )


सरकार द्वारा पीएम सूर्य घर योजना के तहत एक करोड़ घरों पर सोलर पैनल लगाने के लक्ष्य रखा गया है, जैसा कि आप जानते हैं कि डाक विभाग भारत सरकार का सबसे बड़ा विभाग है जिसकी गांव गांव तक पहुच है और इसी का लाभ उठाने के लिए सरकार द्वारा डाक विभाग के माध्यम से इस योजना में आम जनता को रजिस्ट्रेशन करने के लिए चुना गया है|

इसके तहत आपके इलाके के पोस्टमैन घर-घर जाकर लोगों से पीएम सूर्यघर योजना में रजिस्ट्रेशन करने के लिए जानकारी प्राप्त करेंगे, वह इलाके में जाकर देखेंगे कि कौन लोग इस योजना के लिए इच्छुक हैं और क्या उनके पास इस योजना में रजिस्ट्रेशन करने के लिए आवश्यक पात्रता है जैसे:-

  • क्या आप पीएम सूर्य घर योजना के तहत सोलर पैनल लगाने के लिए इच्छुक हैं|
  • आपके घर में बिजली का मीटर लगा है ओर आपके नाम पर है |
  • आपके पास छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए पर्याप्त जगह है|
  • आपका नाम से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर है|
  • सब्सिडी प्राप्त करने के लिए बैंक में खाता है|

यदि आप इन सब ऊपर दिए पत्रताओं को पूरा करते हैं और पीएम सूर्य करें योजना के तहत अपने घर में सोलर पैनल लगाना चाहते हैं तो आप पोस्टमैन से इस योजना के तहत रजिस्टर्ड करने के लिए अपनी सहमति दे सकते हैं| पोस्टमैन को इस योजना के तहत आपको रजिस्टर करने के लिए कुछ जानकारियां देनी होगी जो कि इस प्रकार से हैं:-

post office pm suryaghar registration

पोस्टमैन द्वारा ली की जानकारी के आधार पर पोस्टमैन मोबाइल ऐप पर आपकी जानकारी या अनुरोध को रजिस्टर्ड कर लेगा | उसके पश्चात कंपनी द्वारा इस बारे में आपसे संपर्क किया जाएगा जो कि आगे की कार्रवाई में आपकी सहायता करेगी|

पोस्टमैन के माध्यम से जानकारी इकट्ठा करना या रजिस्ट्रेशन करने का मुख्य उद्देश्य सरकार का यह जानना है कि किस-किस इलाके में लोग इस योजना के लिए इच्छुक हैं उनके पास पर्याप्त जगह भी है ओर इस आधार पर सरकार उन लोगों के लिए जो इस योजना का लाभ लेना चाहते है ओर उनके पास पर्याप्त जगह है उनसे संपर्क कर उनके छत पर सोलर पैनल लगाकर उनको सब्सिडी की सुविधा देगी|

पोस्ट ऑफिस से सूर्यघर योजना का रजिस्ट्रेशन प्रकिया

स्टेप 1:- अपने नजदीकी डाकघर या पोस्टमैन से से संपर्क करें|

स्टेप -2 पोस्टमैन आपसे आवश्यक जानकारी लेकर अपने मोबाइल पर आपका रजिस्ट्रेशन कर लेगा और आपकी 6 महीने का बिजली की बिल को भी अपलोड कर देगा|

स्टेप 3 :- यदि आप इस योजना के तहत सौर पैनल लगाना चाहते हैं, तो आगे रजिस्ट्रेशन की कार्रवाई बढ़ाते हुए अपनी बिजली कंपनी और सौर पैनल वेंडर से आगे की कार्रवाई के लिए संपर्क करें|

इसीलिए यदि आपके पास सोलर पैनल लगाने के लिए पर्याप्त जगह है तो आप या तो सोलर पैनल के लिए स्वयं खर्च कर सकते हैं या चाहे तो बैंक से लोन भी ले सकते हैं, इस प्रकार बिजली बचाने के लिए यह एक बेहतरीन योजना है:

डाक घर से  pm सूर्य घर योजना का रजिस्ट्रेशन
https://www.postalstudy.in

पीएम सूर्य घर योजना के तहत लगाया गया सोलर पैनल on Grid या off grid है?

पीएम सूर्य घर योजना के तहत लगाया गया सोलर पैनल पूरी तरह से on Grid है और यह आपकी बिजली कंपनी के Grid के साथ कनेक्ट रहेगा इसलिए on Grid सोलर पैनल लगाने की काफी सारे फायदे हैं जिनमें से प्रमुख किस प्रकार से हैं


ग्रिड-कनेक्टेड रूफटॉप सोलर प्रणाली के लाभ (Grid-Connected Rooftop Solar System ke fayde)

  • बिजली के बिल में बचत: आप सूरज से मिलने वाली ऊर्जा का इस्तेमाल करके अपने बिजली के बिल को कम कर सकते हैं.
  • खाली छत का सदुपयोग: जमीन की अतिरिक्त ज़रूरत नहीं पड़ती, आप अपनी मौजूदा छत पर ही सोलर पैनल लगा सकते हैं.
  • कम समय में लाभ: इस प्रणाली को लगाने और उससे फायदा लेने में ज्यादा समय नहीं लगता.
  • ट्रांसमिशन और वितरण लाइनों की बचत: बिजली बनाने और इस्तेमाल करने की जगह एक ही होती है, जिससे लंबी दूरी तक तार खींचने की ज़रूरत कम हो जाती है.
  • कम ट्रांसमिशन और वितरण हानि: बिजली लंबी दूरी तय करने पर रास्ते में कुछ नुकसान हो जाता है, ग्रिड-कनेक्टेड सिस्टम में यह नुकसान कम होता है.
  • बिजली आपूर्ति में सुधार: ग्रिड का वोल्टेज बेहतर रहता है और बिजली की मांग और पूर्ति में संतुलन बना रहता है.
  • पर्यावरण संरक्षण: कार्बन उत्सर्जन कम होने से प्रदूषण कम होता है और पर्यावरण को फायदा पहुंचता है.
  • दिन के समय बिजली की मांग को नियंत्रित करना: बिजली कंपनियों के लिए दिन में बिजली की ज़्यादा मांग को पूरा करना आसान हो जाता है.
  • नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य पूरा करना: ग्रिड में सौर ऊर्जा शामिल करने से सरकार के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिलती है.

छत पर सौर संयंत्र लगाने के लिए कौन सी छतें उपयुक्त हैं?

छत पर सौर संयंत्र (रूफटॉप सौर, आरटीएस) लगाने के लिए कई तरह की छतें उपयुक्त हैं, बशर्ते उनमें भार सहने की पर्याप्त क्षमता हो:

  • Plain छतें (Flat Roofs): सपाट छतें आदर्श होती हैं क्योंकि पैनलों को आसानी से लगाया जा सकता है.
  • ढलान वाली छतें (Sloped Roofs): ढलान वाली छतों पर भी पैनल लगाए जा सकते हैं, बस यह ध्यान रखना होता है कि ढलान सूर्य की किरणों के अनुकूल हो.
  • औद्योगिक छतें (Industrial Roofs): बड़े औद्योगिक भवनों की छतों पर भी बड़े सौर संयंत्र लगाए जा सकते हैं.

1 kWp सौर ऊर्जा संयंत्र से एक दिन में कितनी ऊर्जा उत्पन्न होती है?

एक साफ और धूप वाले दिन 1 kWp का सौर ऊर्जा संयंत्र 4 से 5.5 यूनिट बिजली रोजाना उत्पन्न कर सकता है


क्या पीएम सूर्य घर योजना के तहत किराए के मकान में रूफटॉप सौर संयंत्र (आरटीएस) लगाया जा सकता है?

जी हाँ, आप किराए के मकान में भी रूफटॉप सौर संयंत्र (आरटीएस) लगा सकते हैं, लेकिन इस शर्त पर कि:

  • आपके नाम पर बिजली का कनेक्शन है और आप नियमित रूप से अपने नाम पर ही बिजली का बिल भुगतान करते हैं.
  • साथ ही आपके पास मकान मालिक से छत पर सौर संयंत्र लगाने की लिखित अनुमति भी है.

पीएम सूर्य घर योजना के तहत रूफटॉप सौर संयंत्र (आरटीएस) का जीवनकाल कितना होता है?

पीएम सूर्य घर योजना (pm Syrya ghar yojna) के तहत रूफटॉप सौर संयंत्र का मानक जीवनकाल 25 वर्ष है


अगर मैं अपना घर या दफ्तर बदल देता/देती हूँ, जहाँ पर रूफटॉप सौर संयंत्र (आरटीएस) लगा है, तो उसका क्या होगा?

रूफटॉप सौर संयंत्र को अलग-अलग जगहों पर लगाना और निकालना आसान होता है. इसलिए, आप इसे अपने नए घर या दफ्तर में भी ले जा सकते हैं.


पीएम सूर्य घर योजना के तहत सौर पैनल की अनुमानित लागत क्या है?


पीएम सूर्य घर योजना (pm Syrya ghar yojna) के तहत छत पर सौर संयंत्र लगाने की कुल लागत कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि स्थान, उपलब्ध संसाधन (लॉजिस्टिक्स), उपकरण और सेवाओं की लागत. आम तौर पर, सिस्टम जितना बड़ा होगा, प्रति किलोवाट लागत कम होती जाती है. आपके संदर्भ के लिए, एक टेबल में विभिन्न क्षमता के सौर संयंत्रों की अनुमानित लागत नीचे दी गई है :-

System Capacity (kWp)Estimated Total Project Cost (Rs.)
1₹55,000 से ₹65,000 तक (55,000 to 65,000)
2₹1,00,000 से ₹1,15,000 तक (1,00,000 to 1,15,000)
3₹1,40,000 से ₹1,50,000 तक (1,40,000 to 1,50,000)
4₹1,80,000 से ₹1,90,000 तक (1,80,000 to 1,90,000)
5₹2,28,000 से ₹2,40,000 तक (2,28,000 to 2,40,000

1 किलोवाट क्षमता के सौर पैनल लगाने के लिए लगभग कितनी जगह चाहिए?

आम तौर पर, 1 किलोवाट क्षमता वाले छत पर लगने वाले सौर संयंत्र को लगाने के लिए 100 S.Ft के साफ (छाया रहित) क्षेत्रफल की आवश्यकता होती है. हालांकि, वास्तविक क्षेत्रफल की आवश्यकता कई कारकों पर निर्भर कर सकती है, जैसे कि:

  • सौर पैनल की दक्षता/मॉड्यूल टेक्नोलॉजी
  • पैनलों को लगाने का तरीका
  • मीटर से छत की दूरी

उदाहरण के लिए, अधिक दक्षता वाले पैनलों को कम जगह की आवश्यकता हो सकती है, जबकि कम दक्षता वाले पैनलों को उतना ही बिजली उत्पादन करने के लिए अधिक जगह की आवश्यकता हो सकती है. इसी प्रकार, छत पर पैनलों को लगाने का तरीका भी क्षेत्रफल को प्रभावित कर सकता है. कुछ मामलों में, पैनलों को अधिकतम सूर्य प्राप्त करने के लिए थोड़ा झुकाकर लगाया जा सकता है, जिससे उन्हें थोड़ी अधिक जगह की आवश्यकता हो सकती है.


पीएम सूर्य घर योजना के तहत क्या डिस्कॉम/सरकार द्वारा ग्रिड में जाने वाली अतिरिक्त बिजली के लिए घर का मुआवजा दिया जाता है?

पीएम सूर्य घर योजना (pm Syrya ghar yojna) के तहत ग्रिड में भेजी गई अतिरिक्त बिजली के लिए डिस्कॉम द्वारा मुआवजा दिया जाएगा या नहीं, यह राज्य के विनियमन आदेशों (State regulations) पर निर्भर करता है. कुछ राज्य इस अतिरिक्त बिजली के लिए मुआवजा दे सकते हैं, जबकि अन्य राज्य इसकी भरपाई नहीं करते हैं.

भारत में, छत पर लगे सौर ऊर्जा संयंत्रों के लिए दो मुख्य मीटरिंग प्रणालियाँ हैं: शुद्ध मीटरिंग (Net Metering) और सकल मीटरिंग (Gross Metering).

  • शुद्ध मीटरिंग (Net Metering): इस प्रणाली के तहत, उपभोक्ता द्वारा खपत की गई बिजली की मात्रा को उस बिजली की मात्रा से घटा दिया जाता है जो ग्रिड में भेजी जाती है. उपभोक्ता को केवल खपत की गई शुद्ध बिजली के लिए ही भुगतान करना होता है. कुछ राज्य शुद्ध मीटरिंग प्रणाली के तहत अतिरिक्त बिजली के लिए एक निश्चित दर पर मुआवजा प्रदान करते हैं. जैसे कि राजस्थान में अतिरिक्त बिजली के बदले में आपके बिजली बिल के sircharge आदि को एडजस्ट किया मासिक आधार पर किया जाता है तो कई स्टेट में सालाना आधार पर कुछ रकम दी जाती है |
  • सकल मीटरिंग (Gross Metering): इस प्रणाली के तहत, ग्रिड में भेजी गई सभी बिजली को मीटर द्वारा दर्ज किया जाता है. उपभोक्ता को एक निश्चित दर पर इस बिजली के लिए मुआवजा दिया जा सकता है, जो आम तौर पर बिजली खरीद दर (power purchase rate) से कम होती है.

क्या पीएम सूर्य घर योजना (pm Syrya ghar yojna) के तहत घर के स्वामित्व वाली खाली जमीन पर सौर पैनल लगाए जा सकते हैं?

हाँ, खाली जमीन का उपयोग सौर पैनल लगाने के लिए किया जा सकता है, बशर्ते परिसर के भीतर मीटरिंग व्यवस्था के साथ कनेक्शन के लिए यह तकनीकी रूप से व्यवहार्य हो.

क्या प्रोफाइल शीट वाले असम प्रकार के घर रूफटॉप सौर प्रणाली लगाने के लिए उपयुक्त हैं?

जी हां, प्रोफाइल शीट वाले असम प्रकार के घर रूफटॉप सौर प्रणाली लगाने के लिए उपयुक्त हो सकते हैं, लेकिन कुछ शर्तों के साथ:

  • अनुमति : ऐसे घरों में रूफटॉप सौर प्रणाली लगाने की अनुमति है.
  • घर की संरचनात्मक : हालांकि, स्थानीय विक्रेताओं द्वारा यह सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त अध्ययन की आवश्यकता हो सकती है कि छत की संरचना सौर ऊर्जा प्रणाली लगाने के लिए मजबूत है.

पोस्ट ऑफिस द्वारा पीएम सूर्य घर योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करने के बाद आगे की कार्रवाई क्या होगी?

पोस्ट ऑफिस द्वारा केवल उन लोगों का डाटा इकट्ठा किया जा रहा है जो पीएम सूर्य ग्रहण योजना के तहत अपने छत पर सोर पैनल लगाने के लिए इच्छुक हैं और पात्र हैं अर्थात उनके पास उपयुक्त जगह है सोल पैनल लगाने के लिए| पोस्टमैन द्वारा आपसे आवश्यक जानकारी लेकर उसको ऑनलाइन सिस्टम में भरकर आगे भेज दी जाएगी| आप यदि आप पीएम सूर्य घर योजना के तहत सोल पैनल लगाने के लिए पंजीकरण करा चुके हैं तो आप अपने नजदीकी वेंडर ओर बिजली कंपनी से संपर्क कर सोलर पैनल लगाने के लिए आगे की कार्रवाई कर सकते हैं|

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