यदि आप भी इस साल बाबा केदार के दर्शन की योजना बना रहे हैं और केदारनाथ की यात्रा: हेली या घोड़े किस से की जाए इस बारे में दुविधा में है तो हम यहां पर आपको विस्तार से बताएंगे कि आपको केदारनाथ की यात्रा हेली या घोड़े से करनी चाहिए दोनों साथ में से कितना खर्चा कितना समय लगेगा और कौन सा साधन इस हिसाब से आपके लिए सबसे बेहतर है|
जैसे कि आप जानते हैं कि केदारनाथ की 18 किलोमीटर की लंबी पैदल यात्रा गौरीकुंड से शुरू होती है जो की कई पड़ावों से होकर 8 घंटे से 10 घंटे में आपको केदारनाथ धाम पहुंचा देगी| सामान्यता एक स्वस्थ व्यक्ति अगर सुबह 05 बजे गौरीकुंड से केदारनाथ धाम के लिए यात्रा शुरू करें तो शाम को 3:00- 4:00 बजे तक केदारनाथ धाम पहुंच जाता है|
हालांकि यह बहुत हद तक आपकी शारीरिक क्षमता, पैदल चलने के आपकी आदत ओर आपके स्वास्थ्य और कई अन्य कारणों को निर्भर करती है|
अधिकतर देखा जाता है कि गौरीकुंड से जो यात्री अपनी यात्रा शुरू करते हैं तो पहले के चार-पांच किलोमीटर समतल यात्रा होती है और वह जोश में आगे बढ़ते चले जाते हैं लेकिन कुछ घंटे के बाद खड़ी चढ़ाई शुरू हो जाती है और फिर आगे पैदल चलना उनके लिए एक बहुत बड़ी समस्या रहती है |
इस पड़ाव पर यदि आप घोड़े लेने की सोच रहे हैं तो घोड़े वाले यहां पर आपको घोड़े का जो किराया गौरीकुंड में था उससे अधिक किराया ले सकते है |
इसलिए केदारनाथ की पैदल यात्रा करने से पहले आपको अपनी क्षमताओं को अच्छी तरह से जांच पड़ताल कर लेनी चाहिए और यह निर्णय करना चाहिए कि आपको यह यात्रा हेली या घोड़े किससे करनी चाहिए |
यदि आप शरीर रूप से स्वस्थ नहीं है या आपकी उम्र 50 साल अधिक है या फिर आप किसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो हमारी सलाह है कि आपको यह यात्रा हेली से या फिर घोड़े से ही करनी चाहिए|
तो इन दोनों में से आपको कौन सा साधन लेना चाहिए , तो हम यहां पर आपको सलाह देंगे कि आपको केदारनाथ की यात्रा हमेशा हेलीकॉप्टर के माध्यम से करनी चाहिए यदि आपकी बाबा की कृपा रही और आपको केदारनाथ धाम की हेलीकॉप्टर की ऑनलाइन टिकट मिल गई है तो|
यदि केदारनाथ की ऑनलाइन हेलीकॉप्टर की टिकट बुक नहीं कर सके तो आप केदारधाम धाम जाकर फाटा उया गुप्तकाशी या सिरसी में कहीं भी गडवाल विकास मंडल निगम के कार्यालय में जाकर ऑफलाइन टिकट के लिए भी ट्राई कर सकते हैं|
तो आगे बात करते हैं कि इस यात्रा को हेलीकॉप्टर या घोड़े में से आपको किस माध्यम से करने में कितना समय और कितना खर्चा लगेगा|
केदारनाथ की यात्रा (Kedarnath yatra helicopter vs horse): हेली या घोड़े,खर्चा ,समय
केदारनाथ की यात्रा घोड़े या हेलीकाप्टर (Kedarnath yatra heli vs horse) इन दोनों आप में से आपको किस साधन से यात्रा करनी चाहिए यह आपके बजट, समय ओर सुविधा सहित कहीं बातों पर निर्भर करता है जिनमें से कुछ प्रमुख है:
केदारनाथ की यात्रा- हेलीकॉप्टरों या घोड़े:- खर्चा
हेलीकॉप्टर से खर्चा:– यदि आपकेदारनाथ की यात्रा हेलीकॉप्टर से करने की सोच रहे हैं तो उसके लिए आपको, गुप्तकाशी से केदारनाथ के लिए लगभग 8500 ( Including Charges) तो वहीं दूसरी ओर फटा या सिरसी से लगभग 6000 (Including Charges) खर्च करने होंगे|
घोड़े से खर्चा:- यदि आप केदारनाथ की यात्रा गौरीकुंड से घोड़े के माध्यम से करना चाहते हैं तो आपको केदारनाथ धाम तक आना और जाना घोड़े का लगभग किराया ₹4600 तक लग सकता है|
केदारनाथ की यात्रा हेलीकॉप्टरों या घोड़े:-समय
यात्रा का समय:– हेलीकॉप्टर से केदारनाथ धाम की यात्रा करने पर गुप्तकाशी से लगभग 15 मिनट और फाटा या सिरसी से लगभग 10 मिनट में आप केदारनाथ धाम पहुंच जाएंगे| वहीं दूसरी ओर अगर आप गौरीकुंड से घोड़े के माध्यम से यात्रा करते हैं तो फिर भी आपको 5 से 6 घंटे का समय लग जाता है|
केदारनाथ की यात्रा हेलीकॉप्टरों या घोड़े:- बुकिंग
केदारनाथ से हेलीकॉप्टर की यात्रा तभी संभव है जब आपको केदारनाथ ऑनलाइन हेलीकॉप्टर की बुकिंग मिल जाए, इसलिए जैसे ही केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर की बुकिंग की डेट की घोषणा हो जाती है आपको तुरंत ही उसी डेट के अनुसार चार धाम का रजिस्ट्रेशन करना है और आईआरसीटीसी की साईट से बुकिंग की कोशिश करनी चाहिए|
केदारनाथ हेलीकॉप्टर की बुकिंग की भारी डिमांड रहती है इसलिए बाबा केदार की कृपा रही तो आपको केदारनाथ हेलीकॉप्टर की बुकिंग मिल सकती है इससे आपकी यात्रा काफी सरल और सुविधाजनक हो जाएगी|
वहीं दूसरी ओर यदि आप घोड़े से यात्रा करते हैं तो गौरीकुंड से आपको आसानी से केदारनाथ के लिए घोड़े या दांडी पालकी की उपलब्ध हो जाती हैं उसके लिए आपको किसी एडवांस बुकिंग की आवश्यकता नहीं पड़ती है|
तो इस प्रकार केदारनाथ की यात्रा हेलीकॉप्टर से करना जहां आसान रहता है वही उसकी टिकट मिलना थोड़ा मुश्किल रहता है वही घोड़े से यात्रा करने के लिए आपको आसानी से गौरीकुंड या मार्ग के आगे भी बीच-बीच में घोड़े उपलब्ध हो जाते हैं|
केदारनाथ की यात्रा हेलीकॉप्टरों या घोड़े:-जोखिम
हेलीकॉप्टर से केदारनाथ की यात्रा करने में थोड़ा बहुत जोखिम तो रहता ही है, यात्रा के दौरान कभी-कभी कोई दुर्घटना हो जाती है जो कि यात्रियों के लिए बहुत भारी पड़ती है| इसलिए केदारनाथ की हेलीकॉप्टर यात्रा करने में थोड़ा बहुत जोखिम शामिल रहता है | इसके अलावा कभी कभी मौसम में बदलाव के कारण भी हेलीकॉप्टर की सेवाएं बाधित रहती हैं और आपकी यात्रा कैंसिल हो सकती है या उसमें देरी हो सकती है|
वहीं दूसरी ओर घोड़े या खच्चर से केदारनाथ की यात्रा करना थोड़ा सरल रहता है हालांकि बरसात के समय या अधिक वजन वाली यात्रियों के लिए घोड़े से यात्रा करना कभी कभी और समस्या रहती है और इस परिस्थिति में यदि आप घोड़े से निचे गिर जाते है तो फिर आपको चोट या गंभीर चोट लगने की समस्या भी रहती है| इसलिए घोड़े से यात्रा करते समय भी आपको विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता है खासकर बरसात के समय में|
केदारनाथ की यात्रा हेलीकॉप्टरों या घोड़े:-अन्य खर्चे
केदारनाथ की हेलीकॉप्टर से यात्रा करने में आपका थोड़ा अधिक खर्च हो सकता है लेकिन इससे आपका होटल, और रहने- खाने का काफी खर्चा बच जाता है क्योंकि इस यात्रा को आप एक दिन गुप्तकाशी में रह कर अगले दिन केदारनाथ आना जाना करके पूरी कर सकते है |
इस प्रकार हम अगर खर्च का अनुमान लगाए तो ₹8000 हेलीकॉप्टर के, ₹2000 होटल की और 2000 रहने की और ₹2000 गुप्त काशी तक पहुंचाने का बस या टैक्सी का किराया तो इस प्रकार कुल ₹14000 में आपकी केदारनाथ यात्रा हेलीकॉप्टर से पूरी हो सकती है|
वहीं दूसरी और घोड़े से यात्रा करने में थोड़ा आपका खर्चा थोडा कम हो सकता है क्योंकि यदि आप दोनों तरफ का घोड़ा लेते हैं तो ₹5000 घोड़े का खर्चा , दो दिन गोरी कुंड में और एक दिन केदारनाथ धाम में रुकने का कुल खर्च लगभग ₹2500 , यात्रा के दौरान खाने पीने का खर्चा कल ₹1500 और गौरीकुंड तक पहुंचाने के लिए आने-जाने का खर्चा ₹2000 तो इस प्रकार घोड़े के माध्यम से आपकी केदारनाथ यात्रा का खर्चा लगभग 12000 रुपए ही बैठता है|
निष्कर्ष :-
तो ऊपर बताया के सभी कारको को अच्छी तरह से जानकर आप यह फैसला कर सकते हैं कि आपके लिए किस माध्यम से यात्रा करना अधिक सुविधाजनक रहेगा| हालांकि हेलीकॉप्टर और घोड़े दोनों में ही खर्चा आपका थोडा अंतर आता है लेकिन हेलीकॉप्टर से यात्रा आपकी अधिक सुविधाजनक रहती है|
इसलिए यदि बाबा केदार की कृपा रही और आपको हेलीकॉप्टर के ऑनलाइन बुकिंग मिल जाती है तो आप केदारनाथ धाम की हेलीकॉप्टर की यात्रा के बारे में भी विचार कर सकते हैं|
इसके अलावा यदि आप केदारनाथ धाम में एक रात रुकना चाहते हैं तो आप या तो हेलीकॉप्टर की प्रस्थान की बुकिंग दोपहर (Departure from Guptkashi after 12 pm slot) 12:00 बजे के बाद ले सकते हैं क्योंकि 12:00 बजे के हेलीकॉप्टरों से केदानाथ जाने वाले यात्रियों को समानता अगले दिन ही वापसी का स्टॉल मिलता है या फिर आप केवल एक तरफ की यात्रा करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको गुप्तकाशी में जाकर ऑफलाइन काउंटर पर जाकर टिकट बुक करनी होगी|
ऊपर बताये सभी कारको को ध्यान में रखते हुए अब आप आसानी से यह निर्णय ले सकते हैं कि केदारनाथ धाम की यात्रा आपको हेलीकॉप्टर या घोड़े किस करनी चाहिए और किस माध्यम से कितना खर्चा लगेगा और कौन से आपके लिए सुविधाजनक रहेगी|
केदारनाथ यात्रा कब शुरू होगी 2024?
केदारनाथ की यात्रा 10 मई 2024 को शुरू होगी इस दिन बाबा केदारनाथ के धाम बड़े विधि विधान से भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे वहीं दूसरी और बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई 2024 को खुलेंगे|
केदारनाथ यात्रा चालू है या नहीं?
केदारनाथ यात्रा हर साल अप्रैल/मई में शुरू होती है और साल के आखिरी महीने अक्टूबर /नवंबर में बंद हो जाती है इस प्रकार केदारनाथ यात्रा भक्तों के लिए साल भर के लगभग 6 महीना में चालू रहती है और सर्दियों में बंद रहती है|
केदारनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
केदारनाथ यात्रा की रजिस्ट्रेशन के लिए आपको उत्तराखंड टूरिज्म की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा इसके अलावा आप मोबाइल एप डाउनलोड करके भी केदारनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन आसानी से कर सकते हैं|
केदारनाथ यात्रा कितने किलोमीटर की है?
गौरीकुंड से केदारनाथ की पैदल यात्रा लगभग 18 किलोमीटर की है जिसको एक सामान्य व्यक्ति 8 से 9 घंटे में पूरा कर सकता है|