यदि आप भी हेलीकाप्टर द्वारा चारधाम यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो हम यहां पर आपको बताएंगे कि हेलीकाप्टर द्वारा चारधाम यात्रा की तैयारी कैसे करनी है, हेलीकाप्टर द्वारा चारधाम यात्रा करने से पहले आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना है ताकि हेलीकाप्टर के माध्यम से अपनी चार धाम की यात्रा सफलतापूर्वक पूरी हो सके |
हेलीकाप्टर द्वारा चारधाम यात्रा की आवश्यकता क्यों है?
हेलीकाप्टर द्वारा चारधाम यात्रा कैसे करें इस बारे में हम आपको पहले से ही विस्तार से बता चुके | कभी कभी तीर्थ यात्रिओ को कुछ कारणों से हेलीकाप्टर द्वारा चारधाम यात्रा करनी पड़ती है , जिनमे कुछ प्रमुख कारण है :-
- हेलीकाप्टर द्वारा चारधाम यात्रा करने के कई सारे कारण हैं इसमें सबसे प्रमुख कारण समय की बचत और आपकी पैदल चलने में शारीरिक और स्वास्थ्य की समस्या भी हो सकती है| यदि आप कम समय में चारों धाम की यात्रा पूरी करना चाहते हैं तो हेलीकाप्टर द्वारा चारधाम यात्रा करना आपके लिए सबसे सुविधाजनक और सरल साधन हो सकता है हालांकि यह थोड़ा महंगा साधन है लेकिन आज के समय में काफी सारी हेलीकॉप्टर कंपनियां हेलीकाप्टर द्वारा चारधाम यात्रा करने की सुविधा दे रही है|
- इसके अलावा उत्तराखंड के चार धाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ में से केदारनाथ की यात्रा पैदल है और यह काफी मुश्किल है वही गंगोत्री धाम में भी आपको 6 किलोमीटर पैदल यात्रा करनी पड़ती है यदि आप पैदल यात्रा करने में सक्षम नहीं है तो हेलीकाप्टर द्वारा चारधाम यात्रा करना आपके एक सुविधाजनक विकल्प हो सकता है|
हेलीकाप्टर द्वारा चारधाम यात्रा की तैयारी कैसे करे | Chardham Yatra by Helicopter: Detail guide to Planning heli Yatra
हेलीकॉप्टर द्वारा चार धाम की यात्रा करने से पहले आपको चार धाम यात्रा हेलीकॉप्टर से करने की तैयारी कर लेनी चाहिए जैसे की:-
- हेलीकॉप्टर द्वारा चार धाम यात्रा बजट
- हेलीकॉप्टर कंपनी का चयन
- हेलीकॉप्टर की एडवांस बुकिंग
- शारीरिक और मानसिक रूप से हेलीकॉप्टर यात्रा के लिए तैयार
- चारों धामों की यात्रा की जानकारी
1. हेलीकॉप्टर द्वारा चारधाम यात्रा बजट:-
हेलीकॉप्टर द्वारा चार धाम यात्रा करने के लिए सबसे पहले आपको हेलीकॉप्टर द्वारा चार धाम यात्रा में होने वाले खर्च के बारे में जानकारी लेनी है | उत्तराखंड सरकार द्वारा हेलीकॉप्टर के माध्यम से चार धाम यात्रा करने के लिए पूरे हेलीकॉप्टर की बुकिंग या प्रति व्यक्ति किराया चार धामों के लिए समय समय तय किया जाता है|
चार धाम की यात्रा हेलीकॉप्टर के माध्यम से सामान्य देहरादून तो शुरू होती और देहरादून में समाप्त हो जाती है | यह यात्रा सामान्यतः 05 रात और 6 दिन में पूरी होती है| यदि इस यात्रा के लिए आप अधिक लोग हैं तो पूरे हेलीकॉप्टर को भी बुक कर सकते हैं या फिर एक या दो व्यक्ति हैं तो प्रति व्यक्ति के हिसाब से भी चार धाम यात्रा हलिकोप्टर से बुक कर सकते हैं|
सामान्यतः चार धाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर की बुकिंग चार लाख से 6 लाख के बीच होती है जो की हेलीकाप्टर कंपनी ओर सरकार द्वारा तय दरो पर निर्भर करती है | एक पूरी बुक हेलीकाप्टर में चार से 6 व्यक्ति तक यात्रा कर सकते हैं इस खर्चे में 5 से 6 दिन तक रहना और खाना शामिल रहता है|
वही दूसरी और यदि आप प्रति व्यक्ति के हिसाब से चार धाम की यात्रा हेलीकॉप्टर के माध्यम से बुकिंग करते हैं तो इसका चार-पांच दिन का रहने खाने और यात्रा का खर्चा प्रति व्यक्ति ₹200000 तक हो सकता है|
इसलिए डॉक्टर द्वारा चार धाम यात्रा की तैयारी का सबसे महत्वपूर्ण और पहला कदम चार धाम यात्रा हेलीकॉप्टर से बजट की तैयारी करना है, ताकि आप इस प्रकार हेलीकॉप्टर और यात्रा की अवधि का चयन कर सकें|
2. हेलीकॉप्टर कंपनी का चयन
चार धाम की यात्रा हेलीकॉप्टर के माध्यम से करने के लिए दूसरी तैयारी में सबसे महत्वपूर्ण काम है एक सुरक्षित, बढ़िया और भरोसेमंद हेलीकॉप्टर कंपनी का चयन करना| चार धाम यात्रा हेलीकॉप्टर से सुचारूऔर सुरक्षित रूप से पूरा करने के लिए एक विश्वसनीय हेलीकॉप्टर सेवा प्रदान करने वाली कंपनी का चयन आपका अगला कदम होना चाहिए|
चार धाम यात्रा हेलीकॉप्टर से करने के लिए हेलीकॉप्टर कंपनी का चयन करते समय आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:-
- क्या कंपनी उत्तराखंड सरकार द्वारा उत्तराखंड में हेलीकाप्टर सेवाएं देने के लिए अधिकृत है इसके लिए आप उत्तराखंड एविएशन की वेबसाइट पर जाकर उत्तराखंड सरकार द्वारा अधिकृत हेलीकॉप्टर कंपनियों की लिस्ट देख सकते हैं|
- उसके पश्चात आप उपलब्ध सूची में से सभी कंपनियों के बारे में जानकारी ले लें और हेलीकाप्टर कंपनी द्वारा अब तक प्रदान की गई हेलीकॉप्टर सेवाओं के बारे में ग्राहकों द्वारा दिए गए अपने अनुभवों की जानकारी भी इंटरनेट से ले लें|
- हेलीकाप्टर कंपनी द्वारा दिए जाने वाले पैकेज में क्या-क्या शामिल है खासकर की हेलीकॉप्टर से यात्रा पहले और बाद में कंपनी द्वारा दिए जाने वाली आने-जाने की सुविधा, यात्रा के दौरान रहने के लिए किन-किन होटल में कंपनी द्वारा आपको ठहराया जाएगा इसका विवरण है, यात्रा के दौरान खाने पीने की क्या सुविधा रहेगी, हेलीकॉप्टर यात्रा के दौरान हेलीपैड से लेकर मंदिर तक जाने के लिए क्या व्यवस्था रहेगी, यात्रा के दौरान मंदिर में दर्शन के लिए कौन-कौन सी पूजा हेलीकॉप्टर यात्रा में शामिल रहेगी, प्रत्येक धाम पर रुकने का समय क्या रहेगा ,आपके दर्शन के लिए कितना समय मिलेगा, मंदिर के दर्शन के अलावा आप आसपास घूमने के लिए कौन-कौन सी जगह हेलीकॉप्टर कंपनी द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी, क्या इस दौरान हेलीकॉप्टर कंपनी द्वारा कोई गाइड भी उपलब्ध कराया जाएगा, कौन-कौन से दर्शन यात्रा के दौरान शामिल नहीं होंगे और उसके लिए आपको भुगतान करना होगा|
- चार धाम यात्रा के दौरान फर्जी वेबसाइट बनाकर अधिकतर लोगों के साथ ठगी भी की जाती है इसलिए संभव हो सके तो आप हेलीकॉप्टर की बुकिंग कंपनी के ऑफिस में जाकर कर सकते हैं और इसके अलावा यदि पहले भी कंपनी द्वारा किसी व्यक्ति को या आपकी जानकारी को हेलीकॉप्टर की सेवा प्रदान की है तो आप उसके माध्यम से भी कंपनी के बारे में जानकारी ले सकते हैं|
- हेलीकॉप्टर चार धाम की यात्रा हेलीकॉप्टर से करने के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग करने पर कंपनी को भुगतान की जाने वाले पैसों के बारे में पूरी जानकारी लेने और कभी भी पूरी एडवांस बुकिंग न करें|
- कंपनी द्वारा हेलीकॉप्टर की सेवा अधिकतर देहरादून के धारा में कुल्हन से दी जाती है यदि कोई हेलीकॉप्टर कंपनी इसके अलावा अन्य जगह से आपको हेलीकॉप्टर की सेवा प्रदान करने के लिए कह रहा है तो इस बारे में भी आपको पहले से ही जानकारी प्राप्त कर लेनी है |
- हेलीकॉप्टर यात्रा के दौरान सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण पहलू रहता है इसलिए यह भी जानकारी प्राप्त कर लें कि पिछले कुछ समय में कंपनी द्वारा प्रदान कि किसी प्रकार की कोई इतना या गड़बड़ी की कोई जानकारी तो नहीं है|
- किसी भी कंपनी से चार धाम की हेलीकॉप्टर यात्रा बुक करने से पहले उसे यात्रा की क्या शर्ते रहेंगे आप लिखित रूप में हम ले लें और कोई अधिक सुविधा आपको चाहिए यात्रा के दौरान तो उसे बारे में भी पहले से ही कंपनी से आप बात कर ले|
3.चार धाम यात्रा हेलीकॉप्टर की एडवांस बुकिंग:-
हेलीकाप्टर द्वारा चारधाम यात्रा करने के लिए अगला कदम है हेलीकॉप्टर की एडवांस बुकिंग और इसके लिए जानना जरूरी है कि आपको हेलीकॉप्टर के माध्यम से चार धाम की यात्रा कब करनी चाहिए|
चार धाम की यात्रा हेलीकॉप्टर से करने के लिए सबसे बढ़िया समय मई- जून और अक्टूबर-नवंबर में रहता है, हालांकि मई-जून में चारों धामों के कपाट खुलने के कारण न केवल मंदिर में काफी भीड़ रहती है बल्कि हेलीकॉप्टर की बुकिंग भी आपको थोड़ी महंगी मिल सकती है|
वहीं दूसरी और अक्टूबर-नवंबर में आपको आसानी से हेलीकाप्टर बुक हो जायेगा और चार धाम यात्रा हेलीकॉप्टर के माध्यम से करने पर चारो धामों में आपको ज्यादा यात्री नहीं मिलेंगे इसके अलावा जुलाई -अगस्त- सितंबर इन 3 महीना में आपको चार धाम की यात्रा हेलीकॉप्टर के माध्यम से करने से बचना चाहिए क्योंकि इस दौरान अधिकतर मौसम खराब रहता है और हेलीकॉप्टर यात्रा कैंसिल होने की अधिक संभावना रहती है|
इन बातों को ध्यान में रखते हुए आपको अपनी हेलीकॉप्टर से यात्रा चार धाम करने की प्लानिंग करनी चाहिए और उसी के अनुसार एडवांस बुकिंग कर लेनी चाहिए ताकि आपकी यात्रा न केवल सुरक्षित हो बल्कि किफायती भी हो |
4.शारीरिक और मानसिक रूप से हेलीकॉप्टर यात्रा के लिए तैयार
पहले ही चार धाम की यात्रा में आपको हेलीकॉप्टर से यात्रा करने पर ज्यादा बदलना चलना पड़े और कुछ समय में आप चारों धाम की यात्रा आसानी से कर पाए लेकिन फिर भी यह जरूरी है कि हेलीकॉप्टर के माध्यम से चार धाम की यात्रा करने पर आपको मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ खासकर चारों धाम दर्शन से काफी अधिक ऊंचाई पर है और कुछ दामों में आपको थोड़ा बहुत तो बेड से आगे पैदल चलना पड़ता है|
इसलिए हेलीकॉप्टर के माध्यम से चार धाम की यात्रा करने के लिए स्वस्थ होना चाहिए भाई फिर मानसिक रूप की तैयारी आपको अच्छी तरह से कर लेनी चाहिए| कभी-कभी मौसम खराब होने से हम को एक धाम में कुछ घटना भी बढ़ सकता है इसलिए आपको पहाड़ों में शरीर रूप से ढालने की भी आवश्यकता रहती है|
हेलीकॉप्टर के माध्यम से चार धाम की यात्रा करना एक अलग ही अनुभव है खासकर प्रकृति के सुंदर नजारे आपकी इस चार धाम यात्रा को भी एक जीवन सिमरन यात्रा बना देते हैं जो कि आप अपने पूरे जीवन भर नहीं भूल पाएंगे इसलिए इस यात्रा के दौरान आपको कोई समस्या ना हो आप इस यात्रा की शारीरिक और मां सिक अच्छी तरह से तैयारी कर लें|
5.चारों धामों की यात्रा की जानकारी :-
हेलीकाप्टर द्वारा चारधाम यात्रा की तैयारी मैं पांचवा कम है उत्तराखंड के चार धामों की जानकारी देना जिन धर्मों की हैव हेलीकॉप्टर के माध्यम से यात्रा कर रहे हैं उनके बारे में कुछ जानकारी लेना आपको आवश्यक है ताकि आपकी हेलीकॉप्टर यात्रा बड़ी सुखद और भावपूर्ण ढंग से पूरी हो सके| यहां हम आपको चारों धाम के बारे में थोड़ी सी जानकारी देनी कोशिश करेंगे:-
यमुनोत्री धाम यात्रा का पहला पड़ाव :-
चार धाम की यात्रा में पहला पड़ाव यमुनोत्री धाम है, आपकी यात्रा देहरादून के सहस्त्रधारा हेलीपैड से शुरू होगी और यमुनोत्री के पास खर्सिल हेलीपैड पर पूरी हो जाएगी, देहरादून से खर्सिल हेलीपैड पहुंचने पर आपको लगभग 30 मिनट का समय लगेगा तो वहीं दूसरी ओर खर्सिल हेलीपैड से यमुनोत्री की पैदल दूरी मात्र 1 किलोमीटर के आसपास है|
खर्सिल हेलीपैड से यमुनोत्री धाम की दूरी को आप आगे पालकी या दांडी या घोड़े से भी पूरी कर सकते हैं जो की आप पर और आपके स्वास्थ्य पर निर्भर करता है| इस बारे में आप हेलीकॉप्टर कंपनी से पहले से ही जानकारी ले लें और उसी के अनुसार हेलीपैड से आगे की यात्रा की तैयारी कर लें |
यमुनोत्री धाम 3293 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और पूरे वर्ष यहां पर मौसम लगभग ठंडा रहता है| हालांकि मई से जून में यहां तापमान 6 डिग्री से लेकर 15 डिग्री के बीच रहता है दूसरी ओर जुलाई से लेकर सितंबर तक भारी बारिश होती है जिस दौरान हेलीकॉप्टर यात्रा थोड़ी मुश्किल हो जाती है तो सर्दियों में अक्टूबर से आगे मौसम बहुत ही ज्यादा ठंडा रहता है और बर्फबारी के कारण सर्दियों में मंदिर के कपाट बंद रहते हैं और यात्रा भी लगभग बंद रहती है|
इस प्रकार हेलीकॉप्टर से यमुनोत्री धाम पहुंचने के बाद भी आपको कुछ दूरी पैदल चलकर स्थान तक पहुंचना होगा|
गंगोत्री धाम यात्रा का दूसरा पड़ाव:-
गंगोत्री धाम समुद्र तल से 3415 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और यहां पर भी अधिकतर समय मौसम ठंडा ही रहता है जहां एक और मई से जून में यहां तापमान 5 से 15 डिग्री के बीच में रहता है वही मानसून में काफी बारिश रहती है और ट्रैकिंग मुश्किल हो जाती है अक्टूबर के बाद मौसम गिरना शुरू हो जाता है और सर्दियों में गंगोत्री धाम बर्फबारी के कारण पूरी तरह से बंद हो जाता है|
हेलीकाप्टर द्वारा चारधाम यात्रा में चार धामों में से गंगोत्री धाम की यात्रा मैं आपको बिल्कुल भी पैदल नहीं चलना पड़ता है, हालांकि गंगोत्री धाम से नजदीकी हेलीपैड हर्षिल हेलीपैड है जहां से की गाड़ी की माध्यम से 25 किलोमीटर दूर आप गंगोत्री धाम आसानी से पहुंच सकते हैं| इस प्रकार यमुनोत्री से गंगोत्री धाम हेलीकॉप्टर के माध्यम से पहुंचने में आपको अधिकतम 30 मिनट का समय लगता है|
अधिकतर हेलीकॉप्टर कंपनियां रात्रि भी उसी धाम के उसके आसपास की जगह में रुकने की जगह प्रदान करती हैं इसीलिए आपको शारीरिक और मानसिक रूप से इन धामों में रात्रि भी रुकने लिए तैयार रहना चाहिए, जो की एक जीवन एक अलग ही अनुभव है | आप इन धामों में कभी भी यात्रा करें रात्रि के समय यहां तापमान बहुत कम हो जाता है इसलिए आपको उसी के अनुसार कपड़े लेकर जाने चाहिए|
केदारनाथ धाम यात्रा का तीसरा पड़ाव:
हेलीकाप्टर द्वारा चारधाम यात्रा मैं तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव है केदारनाथ की यात्रा| केदारनाथ धाम 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक प्रमुख और सबसे ऊंचाई पर स्थित ज्योतिर्लिंगों में शामिल है जिसका अपना एक अलग ही धार्मिक महत्व है| अधिकतर तीर्थ यात्री हेलीकॉप्टर के माध्यम से केवल केदारनाथ की यात्रा भी करते हैं क्योंकि इस धाम की पैदल यात्रा सबसे मुश्किल है जिसमें की 18 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है|
हालांकि यदि आप हेलीकॉप्टर से केदारधाम की यात्रा कर रहे हैं तो आपको मात्र आधा किलोमीटर ही पैदल चलना होगा क्योंकि केदारनाथ में हेलीपैड से केदारनाथ मंदिर से कुछ दूरी पर स्थित है|
केदारनाथ धाम समुद्र तल से लगभग 3583 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है यहां पर भी मई और जून में मौसम 5 से 15 डिग्री के बीच रहता है तो वहीं जुलाई के सितंबर में भारी बारिश होती है और सर्दियों में तो केदारनाथ धाम के कपाट बर्फबारी के कारण पूरी तरह से बंद हो जाते हैं|
यात्रा के दौरान केदारनाथ धाम में रात्रि विश्राम एक अलग ही जीवन विस्मरण अनुभव प्रदान करता है इसीलिए केदारनाथ धाम में रात्रि विश्राम कर आप अपने आप को न केवल सौभाग्यशाली समझेंगे बल्कि यह ऐसा अनुभव होगा जिसको आप जीवन भर नहीं भूल पाएंगे|
हालांकि ऊंचाई पर स्थित होने के कारण आपके यहां पर रुकने या यात्रा करने के दौरान अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए| अपने एक दिन की यात्रा के दौरान आप केदारनाथ और उसके आसपास की बहुत सारी जगह में भी घूम सकते हैं जिनमें भैरव बाबा का मंदिर प्रमुख है उसके अलावा शंकराचार्य की समाधि बासुकी ताल यदि आपका स्वास्थ्य इसके अनुमति देता आदि प्रमुख स्थान है|
हेलीकॉप्टर के माध्यम से गंगोत्री से केदारनाथ धाम पहुंचने में आपको लगभग 45 मिनट लग सकते हैं जहां पर की आपको केदारनाथ के नजदीकी हेलीपैड सिरसी ,फटा, गुप्मेंतकाशी पहुचकर उसके बाद वहीं से ही केदारनाथ धाम के लिए उड़ान भरनी होगी|
हेलीकॉप्टर कम्पनी पर निर्भर करता है कि वह रात्रि विश्राम आपको केदारनाथ धाम में कराती या नजदीकी हेलीपैड जैसे गुप्तकाशी आदि जगह पर कराती है |
बद्रीनाथ धाम यात्रा का अंतिम पड़ाव:
हेलीकॉप्टर द्वारा चार धाम की यात्रा का अंतिम पड़ाव बद्रीनाथ धाम है यहां पर भी आपको पैदल चलने की आवश्यकता नहीं है और हेलीपैड से मात्र आधा किलोमीटर की दूरी पर है अब बद्रीनाथ धाम है| केदारनाथ से बद्रीनाथ जाने में आपको लगभग 40 मिनट का समय लगेगा हेलीकॉप्टर के माध्यम से| बद्रीनाथ का मौसम भी लगभग केदारनाथ के मौसम के समान ही रहता है|
बद्रीनाथ से वापसी में देहरादून पहुंचने में आपको लगभग 45 मिनट का समय लगता है उसके पश्चात आपकी यात्रा की समाप्ति हो जाती है|
निष्कर्ष:-
हमने ऊपर आपको कुछ तरीके बताए हैं जिनके माध्यम से आप हेलीकाप्टर द्वारा चारधाम यात्रा की तैयारी कैसे करे यह जान चुके हैं| इसके अलावा हेलीकॉप्टर से चार धाम की यात्रा करने के लिए आपको यूट्यूब पर भी कुछ वीडियो देखकर उनके अनुभवों से सीख लेनी चाहिए और इस यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर बुकिंग करते समय विशेष सावधानी रखनी चाहिए|
हेलीकॉप्टर से चारधाम यात्रा का कितना खर्चा है?
हेलीकॉप्टर पैकेज द्वारा चारधाम यात्रा की कीमत देहरादून से सभी चार धामों के लिए प्रति व्यक्ति 1,95,000 रुपये से लेकर 2,25,000 के बीच रहती है। इस चारधाम हेलीकाप्टर पैकज जो की समानताय 6 दिन, 5 रात का होता है उसमे भोजन, होटल, स्थानान्तरण और दर्शनीय स्थलों की यात्रा शामिल रहती है |
क्या मैं हेलीकॉप्टर से चारधाम कर सकता हूं?
हां, आप उत्तराखंड सरकार द्वारा अधिकृत हेलीकॉप्टर कंपनियों से जो उत्तराखंड में हेलीकाप्टर सेवाएं देने के लिए अधिकृत हैं चार धाम की हेलीकॉप्टर यात्रा कर सकते हैं| इनका चारधाम हेलीकाप्टर प्रति व्यक्ति किराया लगभग ₹200000 के आसपास रहता है|
चारधाम यात्रा के लिए सस्ती हेलीकॉप्टर सेवा क्या है?
चार धाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवाओं की दरें सामान्यतः उत्तराखंड के एविएशन विभाग के द्वारा समय-समय पर यात्रा शुरू होने से पहले तय कर दी जाती हैं | इस प्रकार चार धाम यात्रा हेलीकॉप्टर से करने का न्यूनतम प्रति व्यक्ति किराया 195000 है|
4 धाम यात्रा कितने दिन में पूरी करनी है?
चार धाम यात्रा हेलीकॉप्टर के माध्यम से 6 दिन में पूरी हो जाती है वहीं यदि आप सड़क मार्ग से चार धाम की यात्रा कर रहे हैं तो चारधाम यात्रा पूरी करने में 9 से 10 दिन का समय लग जाता है|