यदि आप भी इस साल में उत्तरकाशी में स्थित गरतंग गली ( Gartang Gali ) जाने की योजना बना रहे हैं तो यहां पर हम आपको बताएंगे कि गरतांग गली उत्तरकाशी कैसे पहुंचें, गरतांग गली के लिए परमिट कहां से लें और गरतांग गली की यात्रा के लिए कितना रुपए की टिकट है और कौन सा समय सबसे बढ़िया है|
गरतांग गली उत्तरकाशी उत्तराखंड-एक अतभुत व्यापार मार्ग
गरतांग गली उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित एक रोमांचक भरा लकड़ी का मार्ग है| प्राचीन काल में इस गरतांग गली का प्रयोग भारत तिब्बत के बीच व्यापार के लिए किया जाता था| ऐसा माना जाता है कि इस गर्तांग गली का निर्माण हर्षिल के प्रमुख व्यक्ति विल्सन के द्वारा करवाया गया था|
गरतांग गली का निर्माण लगभग डेढ़ सौ साल पहले किया गया था और वर्ष 1962 तक इसके माध्यम से भारत तिब्बत के बीच व्यापार किया जाता था मगर वर्ष 1962 के भारत चीन युद्ध के बाद लकड़ी के इस मार्ग को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया|
लगभग 50 सालों तक गरतांग गली सुनसान और वीरान पड़ी रही उसके पश्चात सन 2021 में उत्तराखंड सरकार द्वारा इस ऐतिहासिक मार्ग की सुध ली गई और 64 करोड़ की लागत से गरतांग गली के एक भाग का पुरनिर्मार्ण किया गया और आम दर्शको के लिए खोल दिया गया |
गरतांग गली का इतिहास | History of Gartang Gali Uttarkashi
- ऐतिहासिक व्यापार मार्ग: गरतांग गली भारत और तिब्बत के बीच व्यापारियों और तीर्थयात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग हुआ करता था।
- दोरजी व्यापारी: तिब्बत के व्यापारी, जिन्हें दोरजी कहा जाता था, ऊन, चमड़े का सामान, और नमक बेचने के लिए उत्तरकाशी आते थे।
- उत्तरकाशी बाजार: उत्तरकाशी में प्रतिदिन लगने वाले बाजार में दोरजी अपने सामान बेचते थे और तेल, मसाले, दालें, गुड़ और तंबाकू जैसे सामान खरीदते थे।
- 17वीं शताब्दी का निर्माण: गरतांग गली का निर्माण 17वीं शताब्दी में पेशावर के पठानों द्वारा किया गया था।
- लकड़ी का पुल: यह पुल 500 मीटर लंबा और 1.5 मीटर चौड़ा है।
- ऊंचाई: गढ़तांग गली 11,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
- अद्भुत वास्तुकला: खड़ी पहाड़ियों को काटकर बनाया गया यह लकड़ी का पुल अपनी कलाकारी और खतरनाक रास्ते के लिए जाना जाता है।
- 1962 का भारत-चीन युद्ध: युद्ध के बाद नेलांग और जादुंग गांवों को खाली करवा दिया गया और गरतांग गली आम जनता के लिए बंद कर दी गई।
- स्थानीय लोगों का विस्थापन: गांवों के लोगों को हरसिल, बगोरी और डुंडा जैसे स्थानों पर बसाया गया।
- भारतीय सेना का उपयोग: 1962 से 1975 तक भारतीय सेना ने गरतांग गली का उपयोग किया था।
- मानव आवाजाही का अभाव: 1975 से 2021 तक, 50-60 वर्षों तक, इस मार्ग पर किसी भी प्रकार की मानव आवाजाही नहीं थी।
- 2021 में पुनः खुलना: 2021 में 64 करोड़ की लागत से इस गरतांग गली को फिर से बना कर इस क्षेत्र को फिर से खोल दिया और गरतांग गली ट्रेकर्स के लिए सुलभ हो गई।
- गरतांग गली के लिए रास्ता गंगोत्री धाम से 12 किमी पूर्व भैरोंघाटी से जाड़ गंगा के किनारे से होकर जाता है.
गरतांग गली उत्तरकाशी कैसे पहुंचें? How to reach Gartang Gali Bridge from Uttarkashi?
गरतांग गली पहुंचने के लिए सबसे पहले आपको अपने शहर से हरिद्वार ऋषिकेश या देहरादून आना होगा| इसके पश्चात आप ऋषिकेश से 180 किलोमीटर की दूरी तय कर उत्तरकाशी पहुंच सकते हैं|
ऋषिकेश से उत्तरकाशी जाने के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम की बसें आपको आसानी से मिल जाएंगे जिसका किराया लगभग ₹700 से ₹800 के बीच रहता है वही यात्रा का समय लगभग 10 से 12 घंटे का रहता है|
इसके अलावा आप ऋषिकेश से उत्तरकाशी शेयरिंग टैक्सी के माध्यम से भी पहुंच सकते हैं यदि आपको ऋषिकेश से उत्तरकाशी के लिए कोई सीधी बस या टैक्सी नहीं मिलती है तो आप बस यह शेयरिंग टैक्सी से धरासू बैंड तक आ सकते हैं धरासू बैंड से आपको उत्तरकाशी के लिए बस और टैक्सी आसानी से मिल जाती है जिसका किराया लगभग ₹300 के आसपास रहता है|
उत्तरकाशी से गरतांग गली की दूरी |uttarkashi to gartang gali distance
उत्तरकाशी से लगभग 92 किलोमीटर की दूरी तय करने के पश्चात आपको लंका पुल के पास पहुंचना होगा जहां पर भैरव घाटी की शुरुआत होती है और यहीं पर ही आपको गरतांग गली के लिए वन विभाग के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करना होगा और टिकट लेनी होगी |
लंका पुल से लगभग डेढ़ किलोमीटर की पैदल दूरी तय करने के पश्चात आप गरतांग गली के 2.5 किलोमीटर के ट्रैक पर पहुंच जाएंगे| यही से लकड़ी के बने पुल यानि गरतांग गली की शुरुआत होती है | लकड़ी के बने इस गरतांग गली के पुल से आपको नदी और प्रकृति के अद्भुत नजारे देखने को मिलेंगे हालांकि गरतांग गली का कुछ भाग ही आम दर्शकों के लिए खोला गया है|
गंगोत्री धाम की बात करें तो गरतांग गली से गंगोत्री धाम की दूरी लगभग 20 से 22 किलोमीटर के आसपास है आप गंगोत्री धाम के दर्शन करने के पश्चात वापसी में गरतांग गली होकर आ सकते हैं|
रेल मार्ग से गरतांग गली उत्तरकाशी | How to reach Gartang Gali by train
गरतांग गली उत्तरकाशी जाने के लिए कोई सीधी रेल सेवा उपलब्ध नहीं है इसके लिए आपको अपने शहर से रेल के माध्यम से हरिद्वार, ऋषिकेश या देहरादून आना होगा|
रेल मार्ग से ऋषिकेश पहुंचने के बाद आगे का सफर आप सड़क मार्ग से बस या शेयरिंग टैक्सी के माध्यम से कर सकते हैं | ऋषिकेश से गरतांग गली उत्तरकाशी की दूरी लगभग 270 किलोमीटर है और बस के माध्यम से पहुंचने में आपको 10 से 12 घंटे का समय लग सकता है|
हवाई मार्ग से गरतांग गली उत्तरकाशी कैसे पहुचे | How to reach Gartang Gali by air |
हवाई मार्ग सेगरतांग गली उत्तरकाशी (Gartaang Gali) जाने के लिए आपको सबसे पहले अपने शहर से देहरादून के जॉली ग्रांट एयरपोर्ट पर आना होगा|
उसके पश्चात आप joligrant एयरपोर्ट से कैब या टैक्सी के माध्यम से 200 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर उत्तरकाशी होते हुए गरतांग गली उत्तरकाशी (Gartaang Gali )पहुंच सकते हैं|
इसके अलावा आप देहरादून से हेलीकॉप्टर के माध्यम से हर्षिल हेलीपैड तक जा सकते हैं और उसके पश्चात 20 से 25 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर आसानी से गरतांग गली उत्तरकाशी (Gartaang Gali)पहुंच सकते हैं हालांकि हवाई मार्ग से गरतांग गली उत्तरकाशी पहुंचना एक महंगा साधन हो सकता है मगर यह काफी सुविधाजनक रहता है|
अधिकतर यात्री अपनी हर्षिल यात्रा के दौरान गरतांग गली उत्तरकाशी ( Gartaang Gali ) की यात्रा भी करते हैं|
सड़क मार्ग से गरतांग गली कैसे जाये | How to reach Gartang Gali from Rishikesh by road |
गरतांग गली उत्तरकाशी (Gartaang Gali) की यात्रा करने का सबसे बढ़िया साधन सड़क मार्ग ही है आप ऋषिकेश से 270 किलोमीटर की दूरी तय कर आसानी से गरतांग गली उत्तरकाशी (Gartaang Gali) पहुंच सकते हैं}
आपको सबसे पहले अपने शहर से हरिद्वार ऋषिकेश आना होगा उसके पश्चात आप ऋषिकेश से उत्तरकाशी जा सकते हैं| ऋषिकेश से उत्तरकाशी की दूरी लगभग 180 किलोमीटर है | ऋषिकेश से उत्तरकाशी के लिए आपको आसानी से बस या शेयरिंग टैक्सी मिल जाती है|
उत्तरकाशी पहुंचने के बाद आप 90 किलोमीटर की दूरी तय कर हर्षिल होते हुए लंका पुल पहुंचे और लंका पुल से डेढ़ किलोमीटर की पैदल यात्रा कर आसानी से गरतांग गली उत्तरकाशी (Gartaang Gali) पहुंच सकते हैं|
ऋषिकेश से गरतांग गली के बीच मुख्य स्थान | Major Destinations between Rishikesh to Gartang gali distance
ऋषिकेश ➜ नरेंद्र नगर ➜ सरसवाड़ ➜ आगरा ➜ जंगलेथ ➜ चंबा ➜ दादूर ➜ कांडीखाल ➜ सनकरी ➜ स्यांसू ➜ ध्रुव गॉंव ➜ सरोत डोमन ➜ चिन्यालीसौड़ ➜ स्यांसू ➜ ध्रुव गॉंव ➜ धरसू ➜ पतारा ➜ मटली ➜ दिलसौड़ ➜ उत्तरकाशी ➜ गंगोरी ➜ मनैरी ➜ मल्ला ➜ भटवाड़ी ➜ कुंजान ➜ सुंगर ➜ गंगनानी ➜ सुक्की ➜ सुनागढ़ ➜ झाला ➜ हर्षिल ➜ पुरगा ➜ धराली ➜ लंका से 1.5 किलोमीटर पैदल यात्रा पर ➜गरतांग गली उत्तरकाशी ( Gartaang Gali ) -270 किलोमीटर
उत्तरकाशी से गरतांग गली के बीच दूरी और प्रमुख स्थान
उत्तरकाशी से गरतांग गली (Gartaang Gali) तक की दूरी (92 किलोमीटर लगभग )
उत्तरकाशी ➜ गंगोरी: 25 किलोमीटर
गंगोरी ➜ मनैरी:7 किलोमीटर
मनैरी ➜ मल्ला:3 किलोमीटर
मल्ला ➜ भटवाड़ी:2 किलोमीटर
भटवाड़ी ➜ कुंजान:4 किलोमीटर
कुंजान ➜ सुंगर:5 किलोमीटर
सुंगर ➜ गंगनानी:6 किलोमीटर
गंगनानी ➜ सुक्की:4 किलोमीटर
सुक्की ➜ सुनागढ़:5 किलोमीटर
सुनागढ़ ➜ झाला: 6 किलोमीटर
झाला ➜ हर्षिल:7 किलोमीटर
हर्षिल ➜ पुरगा: 9 किलोमीटर
पुरगा ➜ धराली:5 किलोमीटर
धराली ➜ लंका:7 किलोमीटर
लंका ➜ गरतांग गली:1.5 किलोमीटर (पैदल यात्रा)
कुल दूरी: 92 किलोमीटर–लगभग
हरसिल से गरतांग गली की दूरी कितनी है | Harsil to Gartang gali Distance
हरसिल से गरतांग गली (Gartaang Gali) की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है और अधिकतर तीर्थ यात्री हरसिल से ही गरतांग गली उत्तरकाशी (Gartaang Gali) की यात्रा करते हैं|
हरसिल पहुंचने के बाद आप वहां से शेयरिंग टैक्सी या कैब बुक करके लंका पुल पहुंच सकते हैं और वहां पर पंजीकरण करके और टिकट लेकर डेढ़ किलोमीटर के पैदल यात्रा के बाद दो-तीन घंटे के लिए गरतांग गली उत्तरकाशी (Gartaang Gali) की 2.5 किलोमीटर की यात्रा आसानी से कर सकते हैं और फिर शाम तक वापसी आ जाए|
गर्तंग गली के लिए परमिट कैसे प्राप्त करें?
गरतांग गली (Gartaang Gali) उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित है और भारत में ही है इसलिए यहां जाने के लिए आपको किसी प्रकार की परमिट की आवश्यकता नहीं है|
हालांकि आपको गरतांग गली उत्तरकाशी (Gartaang Gali) की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है जो की आप लंका पुल में स्थित वन विभाग की चौकी से अपना आधार कार्ड की फोटो कॉपी देकर आसानी से कर सकते हैं |
फिलहाल गरतांग गली उत्तरकाशी (Gartaang Gali) की यात्रा के लिए ऑन्लाइन पंजीकरण की सुविधा नहीं है और इसके लिए आपको ऑफलाइन ही रजिस्ट्रेशन करना होगा और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की अभी कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है|
गरतांग गली यात्रा के लिए फीस । Gartang Gali Fee
गरतांग गली उत्तरकाशी (Gartaang Gali) के लिए भारत के नागरिकों के लिए फीस मात्र रु 150 तो विदेशी नागरिकों के लिए रु 600 है ,जिसका भुगतान आपको गरतांग गली उत्तरकाशी (Gartaang Gali) के रजिस्ट्रेशन के दौरान करना होगा |
गरतांग गली उत्तरकाशी (Gartaang Gali) के यात्रा के दौरान एक समय में केवल 10 यात्रियो जो जाने की अनुमति है तो इस बात विशेष ध्यान रखे | गरतांग गली के लकड़ी के पुल पर यात्रा करते समय विशेष ध्यान रखे |
दिल्ली से गर्तंग गली यात्रा Gartang gali trek from delhi
दिल्ली➜मेरठ➜मुजफ्फरनगर➜रूडकी ➜हरिद्वार ➜ ऋषिकेश ➜ नरेंद्र नगर ➜ सरसवाड़ ➜ आगरा ➜ जंगलेथ ➜ चंबा ➜ दादूर ➜ कांडीखाल ➜ सनकरी ➜ स्यांसू ➜ ध्रुव गॉंव ➜ सरोत डोमन ➜ चिन्यालीसौड़ ➜ स्यांसू ➜ ध्रुव गॉंव ➜ धरसू ➜ पतारा ➜ मटली ➜ दिलसौड़ ➜ उत्तरकाशी ➜ गंगोरी ➜ मनैरी ➜ मल्ला ➜ भटवाड़ी ➜ कुंजान ➜ सुंगर ➜ गंगनानी ➜ सुक्की ➜ सुनागढ़ ➜ झाला ➜ हर्षिल ➜ पुरगा ➜ धराली ➜ लंका से 1.5 किलोमीटर पैदल यात्रा पर ➜गरतांग गली उत्तरकाशी ( Gartaang Gali ) -490 किलोमीटर
गरतांग गली पहुंचने का अच्छा समय| Best time to reach Gartang Gali
गरतांग गली (Gartaang Gali) की यात्रा के समय की बात करें तो गरतांग गली (Gartaang Gali) जाने का सबसे बढ़िया समय मई- जून और अक्टूबर- नवंबर का रहता है |
हालांकि बरसात के दौरान गरतांग गली (Gartaang Gali) की यात्रा से बचना चाहिए वहीं अगर सबसे बढ़िया मौसम की बात करें तो अक्टूबर नवंबर में गरतांग गली (Gartaang Gali) की यात्रा सबसे बढ़िया रहती है क्योंकि इस दौरान मौसम सुहाना रहता है और आपको प्रकृति के खूबसूरत नजारे आसानी से मिल जाएंगे वहीं दूसरी ओर एक तरफ भयंकर पहाड़ पर बनी गरतांग गली और दूसरी और कल कल करती नदी का शोर मन की शांति प्रदान करता है |
गरतांग गली में क्या करे और क्या न करें? What you should do or not do in Gartang Gali?
क्या करें (Do’s):
- पर्यटक पंजीकरण: यात्रा शुरू करने से पहले पर्यटकों को भैरवघाटी चेक पोस्ट पर अपना पंजीकरण करवाना अनिवार्य है।
- समूह के आकार की सीमा: रास्ते पर एक बार में अधिकतम 10 लोगों को ही चलने दिया जाएगा। यात्रियों को एक मीटर की दूरी बनाए रखनी होगी ताकि रास्ते पर यातायात सुचारू रूप से चल सके।
क्या न करें (Don’ts):
- कूदना और नाचना मना है: दुर्घटनाओं को रोकने और सुरक्षित वातावरण बनाए रखने के लिए रास्ते पर कूदने और नाचने पर सख्त पाबंदी है।
- भीड़ लगाना मना है: यात्रियों को रास्ते पर बैठने और समूहों में यात्रा करने की मनाही है। इससे रास्ते पर भीड़भाड़ हो सकती है और यातायात प्रभावित हो सकता है।
- रेलिंग से नीचे झांकना मना है: सुरक्षा कारणों से रास्ते की रेलिंग से नीचे झांकना मना है। यह नियम दुर्घटनाओं को रोकने और सभी आगंतुकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लागू किया गया है।
मैं गरतांग गली कैसे पहुंच सकता हूं?
गरतांग गली देहरादून से लगभग 247 किमी , ऋषिकेश से लगभग 270 और उत्तरकाशी से 92 किमी दूर है। आप हवाई या ट्रेन द्वारा देहरादून या ट्रेन से ऋषिकेश पहुंच सकते हैं, और फिर 10 से 12 घंटे की सड़क यात्राके बाद उत्तरकाशी और हर्षिल होकर गरतांग गली जा सकते है |
गरतांग गली में रहने की क्या सुविधाएँ हैं?
हर्षिल या भैरोंघाटी जैसे पास के गांवों में होमस्टे आसनी से उपलब्ध होते है , अधिकतर लोग हर्षिल में रुक करे आगे गरतांग गली की यात्रा करते है | आप अपनी गंगोत्री यात्रा के दौरान भी गरतांग गली की यात्रा कर सकते है जोकि गंगोत्री धाम से वापसी में 20 किलोमीटर दूर है |
मैं गरतांग गली में क्या कर सकता हूँ?
गारतांग गली में ट्रैकिंग, नेलांग घाटी की खोज, गंगोत्री धाम की यात्रा, कैम्पिंग, बर्डवॉचिंग और स्थानीय भोटिया संस्कृति की जानकारी सहित रोमांचक गतिविधियों में से कुछ हैं जिनका आप आनंद ले सकते हैं।
गरतांग गली की अपनी यात्रा के लिए पैक करने के लिए आवश्यक चीजें क्या हैं?
अपनी यात्रा के लिए बढ़िया जूते, गर्म कपड़े, सनस्क्रीन, धूप का चश्मा, एक पानी की बोतल, एक प्राथमिक चिकित्सा किट और आपातकालीन संपर्क जानकारी बहुत जरूरी है। मौसम और अपनी नियोजित गतिविधियों के अनुसार पैक करना याद रखें।
क्या गारतांग गली जाने के लिए कोई विशेष परमिट आवश्यक है?
हां, भारतीय पर्यटकों को यात्रा के लिए केवल रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है , जबकि विदेशी नागरिकों को विशेष परमिट की आवश्यकता होती है। अपनी यात्रा के दौरान किसी भी परेशानी से बचने के लिए इन पंजीकरण लंका पुल के पास पहले ही प्राप्त कर लें।
गरतांग गली का ट्रेक कितना लम्बा है ?
गरतांग गली का ट्रेक लगभग 2.5 किलोमीटर का है जो की खूबसूरत प्राक्रतिक नज़ारे और नदी के किनारे पहाड़ी को काट कर बनाये गए लकड़ी के पुल की यात्रा को रोमांचक बना देता है |
गरतांग गली में कितनी सीढ़िय है ?
गरतांग गली में अब लगभग 150 लम्बाई तक लकड़ी की सीढ़िय बनी है , जिनके माध्यम से ट्रेक करना काफी रोमांचक जो जाता है |
गरतांग गली की दूरी ऋषिकेश से कितनी है ?
ऋषिकेश से गरतांग गली की दूरी लगभग 270 किलोमीटर है जिसको आप लगभग 10 से 12 घंटे में पूरी कर सकते है | इस दूरी को आप बस, या शेयरिंग टैक्सी या अपनी गाड़ी से आसानी से पूरी कर सकते है |
गरतांग गली टिकट कितनी की है ?Gartang gali trek price
गरतांग गली की यात्रा के लिए एक भारतीय की टिकेट रु 150 की है तो विदेशी के लिए रु 600 है |