गौरीकुंड से केदारनाथ की दूरी, यात्रा ओर मार्ग | Gaurikund To Kedarnath Distance, Track, Route Map in hindi
यदि आप केदारनाथ धाम के पहले पड़ाव गौरीकुंड तक पहुंच गए हैं तो अब आगे हम आपको बताएँगे की गौरीकुंड से केदारनाथ की दूरी कैसे तय करे ,गौरीकुंड से केदारनाथ की दूरी को तय करने में कितना समय लगेगा और गौरीकुंड से केदारनाथ जाने का सही रास्ता कौन सा है, मार्ग में कौन-कौन से पड़ाव आएंगे , यात्रा के दौरान आपको क्या क्या सावधानी रखनी है |
इस यात्रा के दौरान आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना है ,आप अपनी गौरीकुंड से केदारनाथ की यात्रा घोड़े, हेलीकॉप्टर , दांडी, पालकी या पैदल इनमें से किस साधन से करना चाहते हैं और इन साधनों के क्या-क्या रेट है यह भी हम आपको आगे बताएंगे ताकि आपकी यात्रा सुख में और मंगलमय हो | तो आइए इस बारे में विस्तार से जानते है :-
केदारनाथ मंदिर की यात्रा का महत्व
केदारनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योत्रिलिंगो में से एक है | केदारनाथ मंदिर रुद्रप्रयाग जिले के मंदाकिनी नदी के किनारे है | केदारनाथ मंदिर के लिए पैदल यात्रा गौरीकुंड (Gaurikund to kedarnath ki duri) से शुरु होती है जिसकी कुल दूरी 18 किलोमीटर है |
गौरीकुंड से केदारनाथ की यात्रा (Gaurikund se kedarnath ki yatra ) के दौरान अपनी प्राकृतिक सोन्दर्य के कारण आपको
यात्रा की थकान का अहसास नहीं होने देगी | वही यह यात्रा आपकी श्रदा की परीक्षा लेती है तो दूसरी तरफ आपकी मानसिक ओर शारीरिक छमता को भी दर्शाती है |
हर वर्ष लाखों की संख्या में भक्त इस पवित्र केदारनाथ धाम की यात्रा पर आते हैं | पिछलें वर्ष लगभग 18 लाख लोगो ने भगवान् केदार नाथ के दर्शन किये थे |
हरिद्वार या ऋषिकेश से गौरीकुंड ( Haridwar/Rishikesh to Gaurikund) कैसे पहुचे ?
गौरीकुंड से केदारनाथ यात्रा के लिए आपको सबसे पहले अपने शहर से बस , रेल या हवाई मार्ग से हरिद्वार या ऋषिकेश पहुँचना होगा | हरिद्वार से सोनप्रयाग/केदारनाथ (How to reach kedarnath from Rishikesh) या ऋषिकेश से सोनप्रयाग/केदारनाथ ( How to reach kedarnath from Rishikesh) कैसे पहुँच इस बारे हम पहले ही विस्तार से बता चुके है | फिर भी हम यहाँ थोड़ा से विवरण देते है :
यात्रा का प्रथम चरण :- सबसे पहले आप अपने शहर से सोनप्रयाग या गौरीकुंड के लिये हरिद्वार, ऋषिकेश या देहरादून हवाई, रेल या सड़क मार्ग के द्वारा भारत के किसी भी शहर से उत्तराखंड के हरिद्वार, ऋषिकेश या देहरादून पहुँच जाये। दिल्ली से केदारनाथ की दूरी सड़क मार्गे से (Delhi Se Kedarnath doori ) लगभग 450 किलोमीटर के आसपास है।
यात्रा का दितीय चरण :- उसके बाद आपको हरिद्वार, ऋषिकेश या देहरादून से सोनप्रयाग की दूरी तय करनी है , जिसके लिए हरिद्वार या ऋषिकेश से सोनप्रयाग के लिए बस, टैक्सी, कार आ सकते है |। ऋषिकेश से सोनप्रयाग की दूरी लगभग 216 किलोमीटर के बीच है। आप रुद्रप्रयाग या गुप्तकाशी की बस लेकर वहां से भी सोनप्रयाग पहुँच सकते हैं।
यात्रा का तीसरा चरण :- सोनप्रयाग से गौरीकुंड पहुंचना – सोनप्रयाग पहुंचकर वहां से चलने वाली शर्रिंग टैक्सी से आप गौरीकुंड जो की 5-6 किलोमीटर दूर पर है जा सकते है| सोनप्रयाग से गौरीकुंड जाने का एक मात्र साधन शेयर्ड जीप या टैक्सी (Shared taxi /jeep) ही है जिसका किराया समानताय 50 रू है |अगर आप अपनी गाड़ी से जा रहे है तो उसकी पार्किंग सोनप्रयाग में करा ले |
यात्रा का अंतिम चरण :- अब आप गौरीकुंड से केदारनाथ की दूरी (Gaurikund Se Kedarnath Ki Duri) पैदल यात्रा से पूरी करेंगे | गौरीकुंड केदारनाथ तक पहुँचने का आखिरी सड़क मार्ग है। गौरीकुंड से आगे की दूरी आपको अपनी सुविधा के अनुसार पैदल, पालकी, खच्चर, घोड़े पर ही करनी पड़ेगी।
गौरीकुंड से केदारनाथ की दूरी लगभग 18 किलोमीटर है। यदि आप से केदारनाथ की यात्रा हेलिकॉप्टर से करना चाहते है तो आपको फाटा. सिरिस, गुप्तकाशी हेलीपैड जाना पड़ेगा मगर आपको हेलीकॉप्टरों की ऑन्लाइन बुकिंग करनी होगी |
गौरीकुंड से केदारनाथ कैसे जाये| How to reach kedarnath from Gaurikund
गौरीकुंड केदारनाथ मंदिर तक जाने के लिए वह अंतिम पड़ाव है जहाँ तक सड़क सुविधा है | यह तक आप किसी भी वाहन से पहुँच सकते है।
आम तौर पर गौरीकुंड से केदारनाथ की इस यात्रा को पूरा करने के लिए आपके पास तीन विकल्प होंगे:
- पैदल यात्रा: गौरीकुंड से केदारनाथ की पैदल यात्रा लगभग 18 किलोमीटर की है जो कई पड़ाव से होकर गुजरती है | एक सामान्य स्वस्थ व्यकित इस यात्रा को 9 से 10 घंटे में पूरी कर सकता है | यह यात्रा शारीरिक रूप से थोड़ी चुनौतीपूर्ण हो सकती है। यात्रा के दौरान आप प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं। यदि आपकी उम्र 40 से कम है और आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं तो पैदल यात्रा का विकल्प सबसे बढ़िया है इस यात्रा के पश्चात भगवान भोलेनाथ के दर्शन का आनंद ही अलग है|
- हेलीकॉप्टर सेवा: यह सबसे तेज़ विकल्प है और इसमें केवल 7-10 मिनट लगते हैं। हालांकि, यह थोडा महंगा विकल्प भी है और आपको हेलीकाप्टर की ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी |
- घोड़े या पालकी: यह उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो पैदल चलने में असमर्थ हैं या अधिक आरामदायक यात्रा चाहते हैं। गौरीकुंड से घोड़े से यात्रा में लगभग 10-11 घंटे लगते हैं, जबकि पालकी में यात्रा का समय 9-10 घंटे लग सकते हैं, हालांकि दोनों महंगे साधन है |
आपके लिए कौन सा विकल्प सबसे अच्छा है यह आपकी शारीरिक क्षमता, बजट और समय सीमा पर निर्भर करता है।
गौरीकुंड से केदारनाथ की दूरी और समय |Gaurikund To Kedarnath Trek Distance and Time
गौरीकुंड से केदारनाथ मंदिर की दूरी लगभग 18 किलोमीटर है। 2013 की बाढ़ के बाद नए मार्ग के निर्माण के कारण यह दूरी पहले 16 किलोमीटर से 2 किलोमीटर से बढकर अब 18 किलोमीटर हो गई है | गौरीकुंड से केदारनाथ यात्रा के दौरान कई विश्राम स्थल भी हैं।
आपको इस यात्रा के दौरान छोटे-छोटे पड़ावों को लेकर आगे बढ़ना चाहिए | इन सभी पड़ावों के बारे में आगे आपको विस्तार से बताएंगे | ट्रेक के माध्यम से केदारनाथ पहुंचने में एक स्वस्थ व्यक्ति को भी लगभग 8-10 घंटे लगते हैं।
Gaurikund to Kedarnath trek rout Map:-
गौरीकुंड से केदारनाथ ट्रेक की कुल दूरी और यात्रा के मुख्य पड़ाव| Gaurikund To Kedarnath Trek Distance & Main Halts
पहला पड़ाव है : जंगल चट्टी
- गौरीकुंड से आगे पहला पड़ाव में जंगल चट्टी तक की पैदल दूरी लगभग 4 किलोमीटर है जो रामबारा पुल से होकर जाती है।
- गौरीकुंड से आगे की 18 किलोमीटर की दूरी को आप पैदल या फिर घोड़े/पालकी का उपयोग करके पूरा कर सकते हैं।
- यह पहला पड़ाव थोडा समतल मार्ग है इसलिए इसको आप पहले जोश में आसानी से पूरा कर लेते है |
दूसरा पड़ाव: भीमबली
- जंगल चट्टी से अगला पड़ाव भीमबली जो की 3 किलोमीटर दूर है। यहाँ से असली खड़ी चढाई शुरू होती है |
- यदि आपको लगता है आगे पैदल मुश्किलें है तो यही से घोडा कर ले , आगे आपको घोड़े काफी महंगे मिलेंगे |
- इस रास्ते में आपको कई सुविधाएँ मिलेंगी जैसे GMVN टेंट, निःशुल्क पेयजल, शौचालय और वाई-फाई।
तीसरा पड़ाव: लिनचौली
- भीमबली से अगला पड़ाव लिनचौली की दूरी 4 किलोमीटर है।
- इस मार्गे में भी आपको खाने पीने की काफी सुविधा मिल जायगी |
- इस यात्रा को छोटे छोटे पडावो में -धीरे धीरे पूरा करे , और पानी पीते रहे |
चौथा पड़ाव: केदारनाथ बेस कैंप
- अगले पड़ाव में लिनचौली से केदारनाथ बेस कैंप की दूरी लगभग 4 किलोमीटर है।
- इस अंतिम पड़ाव में काफी थकान हो जाती है इसलिए आराम से यात्रा करे |
- यह से आगे की यात्रा में ठण्ड बढ़ जाती है और रास्ते में कई ग्लेशियर और प्रकृतिक नज़ारे देखने को मिलेंगे।
पाँचवाँ और अंतिम पड़ाव: केदारनाथ मंदिर
- केदारनाथ बेस कैंप से केदारनाथ मंदिर की दूरी 1 किलोमीटर है।
- यही पर अधिकतर रुकने के साधन आपको आसानी में मिल जाते है |
- बेस कैंप में आपको GMVN कैंप मिलेगा जिसके लिए आप उनकी आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से बुकिंग कर सकते |
गौरीकुंड से केदारनाथ के मार्ग के प्रमुख पड़ाव ओर इन स्थानों की एक दूसरे से दूरी इस प्रकार है :-
यात्रा के पड़ाव | गौरीकुंड से कुल दूरी-किलोमीटर | एक दूसरे पड़ाव से दूरी- किलोमीटर |
---|---|---|
गौरीकुंड | 0 | 0 |
जंगल चट्टी | 4 | 4 |
भीम बली | 7 | 3 |
राम बड़ा | 8 | 1 |
छोटी लिंचोली | 9.5 | 1.5 |
लिंचोली | 11 | 3 |
छानी कैम्प | 12 | 1 |
रूद्र पॉइंट | 14 | 2 |
बसे कैंप | 16 | 0.5 |
बाबा केदार | 17 | 1.5 |
गौरीकुंड से केदारनाथ के बीच रूट के चेक्क पॉइंट | Gaurikund to Kedarnath rout main check point
केदारनाथ ट्रेक के मार्ग में मुख्य रूप से 10 चेकपॉइंट हैं जिनका विवरण इस प्रकार है :-
गौरीकुंड • जंगल चट्टी • भीमबली • रामबाड़ा • छोटी लिंचोली • लिंचोली • छानी कैंप • रुद्र पॉइंट • बेस कैंप • केदारनाथ मंदिर
गौरीकुंड से केदारनाथ जाने का रास्ता | gaurikund to kedarnath temple distance
गौरीकुंड से केदारनाथ जाने के कई रास्ते है | गौरीकुंड से केदारनाथ की यात्रा -Gaurikund to Kedarnath Track को आप अपनी सुविधा , सेहत ओर बजट के हिसाब से विभिन्न साधनों से पूरी कर सकते है|
यहाँ हम गौरीकुंड से केदारनाथ की यात्रा- Gaurkund to Kedarnath Track mode के सभी साधनों के बारे में बात करेंगें जो इस प्रकार से है :-
पहला साधन :गौरीकुंड से केदारनाथ हेलीकॉप्टर – gaurikund to kedarnath helicopter
गौरीकुंड से केदारनाथ की दूरी तय करने का सबसे तेज साधन है हेलिकॉप्टर से यात्रा करना | केदारनाथ तक हेलिकॉप्टर से सीधे हवाई मार्ग से पहुँचने की सुविधा भी उपलब्ध (Kedarnath Helicopter service) हैं। आप हेलिकॉप्टर से केवल 10 मिनट में केदारनाथ पहुँच सकते हो ओर इसके लिए आपको गौरीकुंड आने की आवश्यकता नही हैं।
आप हरिद्वार, ऋषिकेश या देहरादून से सोनप्रयाग से सीधे गुप्तकाशी या फाटा या सिरसी पहुचें | आप गुप्तकाशी से भी सीधे हेलिकॉप्टर से केदार नाथ पहुँच सकते है |इसके आलावा अगर आपको हेलिकॉप्टर की टिकट फाटा से बुकिंग मिली है तो (Phata To Kedarnath Helicopter Service) आप फाटा से मात्र 10 मिनट की हवाई यात्रा से आप केदार नाथ पहुँच सकते है | हालांकि हेलिकॉप्टर की बुकिंग जिस भी लोकेशन की मिल रही हो उसको एडवांस में करा ले |
गौरीकुंड से केदारनाथ हेलीकॉप्टर किराया | gaurikund to kedarnath helicopter price
गौरीकुंड से केदारनाथ हेलीकॉप्टर किराया अलग-अलग ऑपरेटर ओर हैलीपेड से केदारधाम तक दूरी के हिसाब अलग-अलग है जो की 5,772 से लेकर 8200 तक तक है | इसके अलावा आप सरसी गाँव से भी हेलिकॉप्टर के द्वारा केदारनाथ यात्रा पूरी कर सकते है -Sirsi to kedarnath helicopter service | आप देहरादून से भी केदारनाथ की हवाईयात्रा भी कर सकते हैं जो कि बहुत महँगी पड़ती हैं। केदारनाथ के लिय विभिन्न स्थानों से हलिकोप्टर का किराया इस प्रकार है :-
- गुप्तकाशी से श्री केदारनाथ धाम– ₹8126
- फाटा से श्री केदारनाथ धाम– ₹5,774
- सिरसी से श्री केदारनाथ धाम– ₹5,772
केदारनाथ की हवाई सेवा की ऑनलाइन बुकिंग एडवांस में ही करवा ले जो की उतराखंड सरकार द्वारा अधिकृति वेबसाइट से ही कराये | केदारनाथ हेलिकॉप्टर सेवा का किराया प्रतिवर्ष उत्तराखंड सरकार के द्वारा निर्धारित किया जाता है। यदि आप केदारनाथ की यात्रा हेलीकॉप्टर से करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको गौरीकुंड आने की आवश्यकता नहीं है, इसके लिए आप गुप्तकाशी से ही हेलीकॉप्टर के माध्यम से केदारनाथ धाम पहुंच सकते हैं|
दूसरा साधन :- गौरीकुंड से केदारनाथ की घोड़े से यात्रा
यदि आप गौरीकुंड से केदारनाथ की 18 किलोमीटर की लम्बीं यात्रा पैदल नहीं चल सकते या कुछ स्वास्थ्य समस्या है तो आप यह यात्रा घोड़े या खचरो से पूरी कर सकते है | गौरीकुंड से आपको घोड़ों या खच्चर की सुविधा आसानी से मिल जाएँगी। आगे जाकर भी आप घोड़े या खचर की सुविधा ले सकते है मगर यह बुकिंग सुविधा कुछ जगहों पर ही है |
बेहतर होगा की आप गौरीकुंड से ही घोड़े की सवारी बुक करा ले | हर वर्ष इनका किराया उत्तराखंड सरकार के द्वारा प्रति वर्ष निर्धारित किया जाता हैं। है। इन घोड़ों और टट्टुओं का किराया यात्रा की दूरी, आने ओर जाने की यात्रा, उसी दिन या अगले दिन वापसी और यात्री के वजन पर निर्भर करता है |
सामान्यतया गौरीकुंड से केदारनाथ तक जाने ओर आने के लिए घोड़े का किराया रु 6000 के आसपास रहता है | आपको अपने स्वास्थ्य के अनुसार दोनों तरफ की बुकिंग करा लेनी चाहिए | आगे मार्ग में भी आप अपनी सुविधा के अनुसार घोड़े ले सकते है |
मगर इस बात का ध्यान रखें कि जब आप गौरीकुंड से अपनी यात्रा शुरू करते हैं तो शुरू का कुछ रास्ता समतल है तो आपको लगता है कि आप आसानी से यात्रा पूरी कर लेंगे लेकिन आगे जाकर यह खड़ी चढ़ाई शुरू हो जाती है जहां जाकर आप आपको लगता है कि आगे की चढाई घोड़े के बगैर मुश्किल है और घोड़े वाले को भी पता है कि अब आप आगे घोड़े के बगैर नहीं जा सकते|
वहा पर वह आपसे निर्धारित किराए से काफी अधिक किराए की मांग कर सकते हैं ,इसीलिए यदि आप केदारनाथ की यात्रा घोड़े से करना चाहते हैं तो गौरीकुंड से ही घोड़े की बुकिंग अवश्य कर ले इसके अलावा घोड़े की यात्रा में आप विशेष सावधानी रखें खास कर बरसात के समय में |
गौरीकुंड से केदारनाथ तक घोड़े का किराया | Gauri Kund to kedarnath by horse price
तीसरा साधन :-गौरीकुंड से केदारनाथ पालकी/ दांडी यात्रा -2024(Gaurikund To Kedarnath Palki Yatra– 2024)
कहां से | कहां तक | दूरी किमी | इस साल-2024* | पिछले साल-2023 |
---|---|---|---|---|
सोनप्रयाग से | बेस कैंप केदार नाथ | 19 | 3505 | 3000 |
सोनप्रयाग से | लिनचोली | 16 | 2460 | 2100 |
सोनप्रयाग से | भीमबली | 11 | 1745 | 1500 |
गौरीकुंड से | बेस कैंप केदारनाथ | 14 | 3200 | 2750 |
गौरीकुंड से | लिनचोली | 11 | 2350 | 2000 |
गौरीकुंड से | भीमबली | 6 | 1200 | 1000 |
भीमबली से | बेस कैंप केदारनाथ | 8 | 1800 | 1550 |
भीमबली से | गौरीकुंड | 6 | 1200 | 1100 |
लिनचोली से | बेस कैंप केदारनाथ | 3 | 950 | 850 |
*कुल किराये में रु 150 व्यवस्था शुल्क शामिल है |
गौरीकुंड से केदारनाथ यात्रा का एक ओर साधन पालकी/ दांडी से यात्रा भी है | यदि आप घोड़े पर केदारनाथ की यात्रा नहीं कर सकते तो इस यात्रा को पूरा करने के लिय सरकार की ओर से पालकी की सुविधा भी उपलब्ध हैं।
पालकी में दो व्यक्ति आगे ओर दो व्यक्ति पीछे से पकड़ कर आपको केदारनाथ तक पहुंचा देंगे। सामान्यतया दोनों तरफ का पालकी का किराया गौरीकुंड से केदारनाथ तक लगभग 10000 से 13000 हज़ार के बीच हैं |
साधन | प्रस्थान स्थान | आगमन स्थान | यात्रा दूरी (किमी में) | 75 किलो तक (रु. में) | 90 किलो तक (रु. में) |
---|---|---|---|---|---|
दंडी | गौरीकुंड | केदारनाथ | 16 | 8000 | – |
दंडी | केदारनाथ | गौरीकुंड (वापसी) | 16 | 7400 | – |
दंडी | गौरीकुंड | केदारनाथ और उसी दिन वापसी | 32 | 10400 | 11400 (90 किलो से अधिक के लिए 13100) |
कंडी | गौरीकुंड | केदारनाथ और उसी दिन वापसी | 32 | 4900 | 8800 |
कंडी | गौरीकुंड | केदारनाथ | 32 | – | – |
इसके अलावा बच्चे ओर इसे व्यक्ति जिनका वजन 50किलो तक है वह कंडी- potter ( POTTER-KANDI RATES FROM GAURIKUND TO SHRI KEDARNATH ) से भी केदार नाथ की यात्रा कर सकते है | कंडी की यात्रा में Potter आपको अपनी पीठ पर लादकर केदारनाथ पहुंचा देंगे। कंडी से उसी दिन आना ओर जाना 50 किलोग्राम बजन तक के बच्चें या व्यक्ति का किराया लगभग 10000 तक रहता है |
गौरीकुंड से केदारनाथ पैदल यात्रा| Gaurikund to Kedarnath distance by walk
चोथा साधन :- गौरीकुंड से केदारनाथ पैदल यात्रा |Gaurikund to kedarnath track
गौरीकुंड से केदार नाथ यात्रा का सबसे बढ़ियां ओर मुख्य माध्यम है पैदल यात्रा | गौरीकुंड से केदारनाथ मंदिर की दूरी 18 किलोमीटर की है | बाबा केदार के दर्शन की अनुभूति जो 18 किलोमीटर की पैदल यात्रा के बाद आती है उसका वर्णन करना कठिन है |
अगर आप स्वास्थ्य है ओर पैदल चलने का अच्छा अनुभव है तो आपको यह यात्रा पैदल चलकर करनी चाहिए , मार्ग की सुंदरता आपको चकित कर देगी ओर पूरी यात्रा एक जीवन अनुभव बनकर रह जाएगी | मेरे हिसाब से जब तक आप जा सकते है हर वर्ष आपको यह यात्रा करनी चाहिए |
रास्तों के अनुभव ओर सहयात्रियों का जोश आपकी पैदल यात्रा की थकान भुला देगा | केदारनाथ का ट्रेक पैदल पूरा करने में सामान्यतया आपको 8 से 10 घंटों का समय लगता -Kedarnath track time हैं।
इसलिए आपको सोनप्रयाग या गौरीकुंड से सुबह-सुबह 4-5 बजे केदारनाथ के ट्रेक के लिए निकल जाना चाहिए ताकि शाम से पहले-पहले यात्रा पूरी करने के साथ साथ ही पैदल यात्रा मार्ग की प्राकृतिक सुंदरता व आसपास के दृश्यों का आनंद भी लिया जा सके।
इस वर्ष सरकार द्वारा यात्रा के दौरान काफी सुविधा जनक बनाने का प्रयास किया है | इस 18 किलोमीटर के ट्रेक को यात्रियों सुविधा को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
यात्रा मार्ग के बीच-बीच में आपको कई विश्राम गृह, खाने-पीने की व्यवस्था, सुस्ताने के लिए स्थल इत्यादि मिल जाएंगे। यात्रा के दौरान यदि आप बीच में विश्राम करना चाहते हैं या कुछ खाना-पीना चाहते हैं तो उसकी सुविधा भी मिल जाएगी |
रामवाड़ा से केदारनाथ के दो मार्ग:-
केदारनाथ की 2013 की आपदा के बाद रामबाड़ा से जो की भीम बाली से 1 किलोमीटर की दूरी पर है आपको दो रास्ते दिखाई देंगे एक रास्ता पुराना है जो कि थोड़ा छोटा है मगर खड़ी चढ़ाई वाला है वही नया रास्ता जो है थोड़ा सा लंबा है मगर काम चढ़ाई वाला है इसीलिए ज्यादातर लोग इसी नए रास्ते में जाते हैं और आप भी इसका का प्रयोग कर सकते हैं|
गौरीकुंड से केदारनाथ पैदल यात्रा की दूरी और समय सारणी (Gaurikund se Kedarnath Padal Yatra Ki Duri aur Samay Sarni)
दूरी (Distance):
- गौरीकुंड से जंगल चट्टी/भैरों चट्टी: 4 किमी (Gaurikund se Jangle Chatti/Bhairon Chatti: 4 km)
- जंगल चट्टी/भैरों चट्टी से भीमबली: 3 किमी (Jangle Chatti/Bhairon Chatti se Bhimbali: 3 km)
- भीमबली से लिंचौली: 4 किमी (Bhimbali se Linchauli: 4 km)
- लिंचौली से केदारनाथ बेस कैंप: 4 किमी (Linchauli se Kedarnath Base Camp: 4 km)
- केदारनाथ बेस कैंप से केदारनाथ मंदिर: 1 किमी (Kedarnath Base Camp se Kedarnath Mandir: 1 km)
अधिकारिक तौर पर यात्रा की दूरी 16 किलोमीटर है मगर 2013 के बाद यात्रा की वास्तविक दूरी लगभग 18 किलोमीटर के आसपास रहती है |
समय सारणी (Time Table):
- आने वाले यात्रियों के लिए अंतिम समय – शाम 5 बजे (Up-Down Timings: Last timing for Upcoming Visitors – शाम 5 बजे (Evening)
- नीचे आने वाले यात्रियों के लिए अंतिम समय – शाम 6:30 बजे (Last timing for Downcoming Visitors – शाम 6:30 बजे (Evening))
केदारनाथ ट्रैक पर जाने से पहले याद रखने वाली बातें :-
1. चिकित्सकीय जांच करवाएं :
- केदारनाथ यात्रा पर निकलने से पहले डॉक्टर से अपनी रूप से जांच और ज़रूरी दवाओं को साथ रखे ।
2. सांस की समस्या और उच्च रक्तचाप :
- सांस की समस्या या उच्च रक्तचाप से ग्रस्त लोगों को केदारनाथ की पैदल यात्रा करने की सलाह नहीं दी जाती है।
3. खच्चर या पालकी बुकिंग :-
- यदि आप हेलीकाप्टर घोड़े या कंडी से होते हुए केदारनाथ की यात्रा करना चाहते हैं, तो आपको गौरीकुंड/सोनप्रयाग बुकिंग काउंटर पर पहले से ही खच्चर या पालकी की बुकिंग करा लेनी चाहिए।
4. यात्रा का समय :-
- गौरीकुंड से आगे की पैदल यात्रा सुबह 4:00 बजे से दोपहर 4:30 बजे के बीच ही कर सकते हैं। केदारनाथ के लिए सिर्फ इसी समय के दौरान ही श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति है। आपको अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रात को यात्री नहीं करनी चाहिए |
5. देर शाम तक न पहुंच पाने पर विकल्प :-
- यदि आप शाम होने तक यात्रा पूरी नहीं कर पाते हैं, तो आप अपने गंतव्य तक पहुँचने के लिए पालकी या खच्चर का सहारा ले सकते हैं। आप जंगल चट्टी, भीमबली और लिंचोली में रास्ते में बने शिविरों में भी रात के लिए रुक सकते हैं और अगली सुबह यात्रा शुरू कर सकते हैं
6. अगले पड़ाव पर बढ़ने से पहले:–
- गौरीकुंड से केदारनाथ की यात्रा के दौरान पिछले पड़ाव से अगले पड़ाव पर बढ़ने से पहले अपने स्वास्थ्य और समय का ध्यान रखें|
- यदि स्वस्थ और समय है तो ही अगले पड़ाव पर बढ़े अन्यथा उसी पड़ाव पर होटल या टेन्ट में रात गुजर कर अगले दिन का इंतजार करें तो क्योंकि अंधेरे के दौरान यात्रा करने पर यात्रा असुरक्षित हो सकती है|
7. यात्रा का रजिस्ट्रेशन आवश्यकता :-
- केदारनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है आप 4 तरीको से चारधाम के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते है |
- यदि हो सके तो यात्रा के पीक समय और बरसात के समय यात्रा से बचे |
8. केदारनाथ धाम पहुचने पर सबसे पहले रुकने का इंतजाम कर ले , आप अपनी सुविधा और बजट के अनुसार doormatri , टेंट , होटल या धर्मधाला में रुक सकते है जो की आपको रु 500 से रु 5000 तक मिल जायेंगे |
केदारनाथ ट्रेक कितना सुरक्षित है?
उत्तर: केदारनाथ ट्रेक मार्ग पूरी तरह से सुरक्षित है। केदारनाथ में हर साल तीर्थयात्रियों और पर्यटकों का तांता लगा रहता है। मानसून के मौसम में भूस्खलन और बादल फटने का खतरा होता है, इसलिए इस मौसम में ट्रेकिंग से बचना चाहिए।
ट्रेक के दौरान सुविधाएं और चिकित्सा सहायता उपलब्ध रहती है क्या ?
उत्तर: उत्तराखंड सरकार (जीएमवीएन) ने तीर्थयात्रियों के लिए चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। केदारनाथ में पोर्टेबल मेडिकल स्टॉक और ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ एक अस्थायी चिकित्सा शिविर भी है।
गौरीकुंड से केदारनाथ पहुंचने में कितना समय लगता है?
उत्तर: पैदल चलकर 16 किलोमीटर का सफर तय करने में 10-12 घंटे का समय लगता है। आप हलिकोप्टटर , घोड़े या पालकी से भी गौरीकुंड से केदारनाथ जा सकते है |