यदि आप भी इस साल चारधाम में से पहले धाम यमुनोत्री धाम की यात्रा की योजना बना रहे है तो हम यहाँ आपको बतायेंगे की आप ऋषिकेश से यमुनोत्री कैसे जाएं, यमुनोत्री धाम जाने के लिए और कौन कौन से मार्ग और साधन है और ऋषिकेश से यमुनोत्री धाम पहुचने में कितना समय लगता है , यात्रा के पड़ाव कौन से है , यमुनोत्री यात्रा के दौरान किन बातो का ध्यान रखना है |
यमुनोत्री मंदिर का महत्त्व :-
यमुनोत्री मंदिर देवी यमुना को समर्पित है। यह मंदिर 18वीं शताब्दी में टिहरी के राजा प्रताप शाह द्वारा बनवाया गया था। मंदिर का मुख्य गर्भगृह काले संगमरमर से बना है और इसमें देवी यमुना की मूर्ति स्थापित है। मंदिर के परिसर में सूर्यकुंड और गोमुख नामक दो गर्म पानी के कुंड भी हैं।
यमुनोत्री तक पहुंचने के लिए, आपको ऋषिकेश से बस या टैक्सी लेनी होगी। ऋषिकेश से यमुनोत्री की दूरी 216 किलोमीटर है और यात्रा में लगभग 7-8 घंटे लगते हैं। यमुनोत्री मंदिर तक पहुंचने के लिए, आपको लगभग 5-6 किलोमीटर का पैदल ट्रेक करना होगा। यह ट्रेक जानकीचट्टी से शुरू होता है।
यमुनोत्री की यात्रा का सबसे अच्छा समय सितंबर से नवंबर और अप्रैल से जून के बीच का है। इन महीनों में मौसम सुहावना होता है और आसपास के नज़ारे मनमोहक होते हैं।
ऋषिकेश से यमुनोत्री धाम की दूरी | Rishikesh to Yamunotri Distance
ऋषिकेश से यमुनोत्री धाम की दूरी लगभग 216 किलोमीटर है जिसको आप बस या अपनी गाड़ी के माध्यम से 7 -8 घंटे में आसानी से पूरी कर सकते हैं|
वैसे तो यमनोत्री धाम जाने के दो अन्य मार्ग हरिद्वार और देहरादून से भी है लेकिन अधिकतर यात्री ऋषिकेश से ही यमनोत्री धाम की दूरी तय करते हैं इसीलिए हम यहां पर आपको ऋषिकेश से यमनोत्री धाम कैसे पहुचे के बारे में विस्तार से बताएँगे |
ऋषिकेश से यमुनोत्री तक की दूरी मार्ग :-
ऋषिकेश – नरेन्द्रनगर: 16 किमी नरेन्द्रनगर – चंबा: 40 किमी चंबा – धरासू बैंड :80 किमी- बड़कोट: 40 किमी बड़कोट – सयाना चट्टी: 27 किमी सयाना चट्टी – हनुमान चट्टी: 6 किमी हनुमान चट्टी – फूल चट्टी: 5 किमी फूल चट्टी – जानकी चट्टी: 3 किमी जानकी चट्टी – यमुनोत्री: 5 किमी कुल दूरी: 222 किमी
ऋषिकेश से यमुनोत्री रूट मैप

बेस्ट रूट ऋषिकेश से यमुनोत्री के लिए :-
स्थान | ऋषिकेश से दूरी (किलोमीटर) |
---|---|
ऋषिकेश | – |
नरेन्द्रनगर | 16 |
चंबा | 56 |
धारासु बैंड | 136 |
बड़कोट | 176 |
सयाना चट्टी | 203 |
हनुमान चट्टी | 209 |
फूल चट्टी | 214 |
जानकी चट्टी | 217 |
यमुनोत्री | 222 |

ऋषिकेश से यमुनोत्री कैसे जाएं?
यमुनोत्री धाम पहुंचने के लिए आपके पास तीन प्रमुख साधन है:-
हवाई मार्ग :-
- निकटतम हवाई अड्डा: जॉली ग्रांट, देहरादून और हेलीपैड शाश्र्धरा है |
- जॉली ग्रांट से यमुनोत्री (दूरी): 210 किमी
- देहरादून के शास्त्रधारा हेलीपैड से यमुनोत्री धाम के लिए हेलीकॉप्टर सेवा भी उपलब्ध है।
रेल मार्ग द्वारा
- निकटतम स्टेशन: ऋषिकेश, देहरादून
- देहरादून स्टेशन से यमुनोत्री (दूरी): 190 किमी
- ऋषिकेश स्टेशन से यमुनोत्री (दूरी): 216 किमी
- ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून से यमुनोत्री के लिए नियमित बस सेवा, शेयरिंग जीप और टैक्सी सेवाएं उपलब्ध हैं।
- हरिद्वार रेलवे स्टेशन से भी यमुनोत्री के लिए सभी साधन मिल जाते है |
सड़क मार्ग द्वारा
- यमुनोत्री जाने के लिए सबसे अच्छा रास्ता देहरादून और बरकोट होकर जाता है ,मगर यात्रा के दौरान मसूरी में जाम के कारण इस रास्ते से जाना थोडा समय लग सकता है । वही आप हरिद्वार-ऋषिकेश की ओर से यमनोत्ररी जा रहे हैं तो यमुनोत्री का रास्ता धरासू से निकलता है।
- यमुनोत्री धाम उत्तराखंड के प्रमुख शहरों हरिद्वार, देहरादून, चंबा, टिहरी, बरकोट, हनुमान चट्टी और जानकी चट्टी से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
ऋषिकेश से यमुनोत्री सड़क मार्गे से कैसे पहुचे ?
- ऋषिकेश से यमुनोत्री बस के माध्यम से:- ऋषिकेश से यमुनोत्री बस के माध्यम से पहुंचना सबसे अधिक प्रयोग में किया जाने वाला साधन है और सबसे सस्ता और सुविधाजनक| ऋषिकेश से यमुनोत्री बस आपको 6 से 7 घंटे में पहुंचा देगी|
- ऋषिकेश से यमुनोत्री शेयरिंग टैक्सी के माध्यम से: ऋषिकेश से यमुनोत्री जाने का दूसरा सबसे प्रचलित साधन- टैक्सी के माध्यम से यात्रा कर यमनोत्री धाम जाना है | ऋषिकेश से शेयरिंग टैक्सी का किराया ₹700 से लेकर ₹1000 तक रहता है और टैक्सी आपको 6 से 7 घंटे में जानकी चट्टी या बरकोट पहुंचा देगी
- ऋषिकेश से यमुनोत्री अपनी कार के माध्यम से यात्रा:- आप ऋषिकेश से यमुनोत्री अपनी कार के माध्यम से भी यात्रा कर सकते हैं जिसमें 5 से 6 घंटे का कुछ समय लगता है मगर आपको पहाड़ों में गाड़ी चलाने का अनुभव होना चाहिए|
- ऋषिकेश से यमुनोत्री मोटरसाइकिल या स्कूटी के माध्यम से वर्तमान में काफी प्रचलित साधन है इसके लिए आपको हरिद्वार या ऋषिकेश में आसानी से किराए पर स्कूटी या मोटरसाइकिल ₹1200 से ₹1500 प्रतिदिन के हिसाब से मिल जाएगी|
ऋषिकेश से यमुनोत्री धाम पहुँचने के लिए 3 सड़क मार्ग हैं।
मार्ग 1:
- ऋषिकेश – नरेन्द्रनगर: 16 किमी नरेन्द्रनगर – चंबा: 40 किमी चंबा -धरासू बैंड :-80 किमी – बड़कोट: 40 किमी बड़कोट – सयाना चट्टी: 27 किमी सयाना चट्टी – हनुमान चट्टी: 6 किमी हनुमान चट्टी – फूल चट्टी: 5 किमी फूल चट्टी – जानकी चट्टी: 3 किमी जानकी चट्टी – यमुनोत्री: 6 किमी कुल दूरी: 222 किमी
यह सबसे लोकप्रिय मार्ग है और ऋषिकेश से यमुनोत्री तक पहुंचने का सबसे तेज़ तरीका है। यह मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग 72 का अनुसरण करता है, जो अच्छी स्थिति में है।
मार्ग 2:
- हरिद्वार – देहरादून (54 किमी) – मसूरी (34 किमी) – कैंपटी फॉल (14 किमी) – यमुना ब्रिज (15 किमी) – नौगांव (55 किमी) – बरकोट (10 किमी) – स्यानाचट्टी (29 किमी) – राणाचट्टी (4 किमी) – हनुमानचट्टी (3 किमी) – जानकीचट्टी (9 किमी) – यमुनोत्री (5 किमी पैदल यात्रा)
यह मार्ग उन तीर्थयात्रियों के लिए है जो मसूरी और कैंपटी फॉल के दर्शन करना चाहते हैं। यह मार्ग मार्ग 1 की तुलना में थोड़ा लंबा है, लेकिन यह अधिक सुंदर है।
मार्ग 3:
- हरिद्वार – देहरादून (54 किमी) – विकासनगर (38 किमी) – कटपत्थर (19 किमी) – यमुना ब्रिज (27 किमी) – नौगांव (55 किमी) – बरकोट (10 किमी) – स्यानाचट्टी (29 किमी) – राणाचट्टी (4 किमी) – हनुमानचट्टी (3 किमी) – जानकीचट्टी (9 किमी) – यमुनोत्री (5 किमी पैदल यात्रा)
यह मार्ग उन तीर्थयात्रियों के लिए है जो विकासनगर और कटपत्थर के दर्शन करना चाहते हैं। यह मार्ग मार्ग 1 और 2 की तुलना में थोड़ा लंबा है, लेकिन यह अधिक शांत है। इसके आलावा जो यात्री चंडीगढ़/हिमाचल की तरफ से आते है उनको यहाँ रास्ता सुविधाजनक रहता है |
ऋषिकेश से यमुनोत्री बस से कैसे जाएं? | Bus from Rishikesh to Yamunotri
ऋषिकेश से यमुनोत्री के लिए सीधी बस सर्विस केवल यात्रा सीजन के समय पर ही रहती है और वह भी सुबह के समय ही आपको मिलेगी| ऋषिकेश से जनाकिचाट्ठी तक ही बस की सुविधा है और आगे आपको पैदल ही जाना होगा |
वैसे आपको ऋषिकेश से धरासू बैंड या बरकोट तक की बस मिलती है तो आप वहा तक बस से चले जाएं और आगे और धरासू बैंड या बरकोट से आपको शेयरिंग टैक्सी आसानी से मिल जाती है|
ऋषिकेश से यमुनोत्री का बस का किराया लगभग ₹800 रहता है और बस आपको 6 से 7 घंटे में जान की चड्डी पहुंचा देगी|
हालांकि की देहरादून से बरकोट की नियमित बस सेवा रहती है |

ऋषिकेश से यमुनोत्री की टैक्सी | Taxi from Rishikesh to Yamunotri
ऋषिकेश से यमुनोत्री धाम टैक्सी बुक कर पहुंचना सबसे अच्छा तरीका है। ऋषिकेश से आप अपनी सुविधा और बजट के अनुसार टैक्सी ले सकते हैं। ऋषिकेश से यमुनोत्री के लिए टैक्सी बुकिंग का किराया लगभग 5000 से 10000 रुपये के बीच रहता है।
आप हरिद्वार या देहरादून से भी टैक्सी बुक करा कर मसूरी वाले मार्ग से भी जा सकते है |
इसके अलावा ऋषिकेश से टैक्सी करके भी यमुनोत्री धाम आसानी से जा सकते हैं हालांकि ऋषिकेश से यमुनोत्री धाम के लिए सीधी शेयरिंग टैक्सी मिलना पड़ा मुश्किल आता है इसलिए आप ऋषिकेश से शेयरिंग टैक्सी से धरसू बैंड या बड़कोट तक यात्रा करने के बाद वहा से आपको जनाकिचाट्ठी तक शेयरिंग टैक्सी मिल जाएगी |
इस प्रकार ऋषिकेश से यमुनोत्री धाम तक शेयरिंग टैक्सी का कुल किराया ₹1000- 1400 तक रहता है
रेलवे मार्ग द्वारा ऋषिकेश से यमुनोत्री कैसे जाएँ | How to reach Yamunotri by train
अभी यमुनोत्री धाम के लिए कोई ट्रेन सेवा नहीं है हालांकि चारधाम रेलवे प्रोजेक्ट पूरा होने पर आप रेल द्वारा यमुनोत्री धाम जा सकते है |
अभी यमुनोत्री धाम का नजदीकी रेलवे स्टेशन हरिद्वार ,ऋषिकेश या देहरादून है | यहाँ से आगे आपको सड़क मार्गे से यमुनोत्री धाम जाना होगा |
हवाई मार्ग से ऋषिकेश से यमुनोत्री कैसे जाएँ | How to go Yamunotri from Rishikesh by air
यमुनोत्री धाम के लिए ऋषिकेश से कोई सीधी हवाई सेवा नहीं है, आप देहरादून के सहश्र्धरा हेलिपैड से हेलीकाप्टर द्वारा आसानी से यमुनोत्री के निकटतम खर्सिल हेलिपैड तक जा सकते है, मगर इसके लिए आपको चारधाम हेलीकाप्टर पैकेज बुक करना होगा । ऋषिकेश से देहरादून के सहस्त्रधारा हेलिपैड की दूरी लगभग 50 किलोमीटर है।
दिल्ली से यमुनोत्री: सड़क मार्ग ( वाया हरिद्वार)
कुल दूरी: लगभग 457 किलोमीटर
यात्रा का समय: लगभग 12-14 घंटे
मार्ग:
- दिल्ली – हरिद्वार (210 किलोमीटर): राष्ट्रीय राजमार्ग 58 (NH58) के माध्यम से।
- हरिद्वार – ऋषिकेश (25 किलोमीटर): राष्ट्रीय राजमार्ग 58 (NH58) के माध्यम से।
- ऋषिकेश – नरेन्द्रनगर (16 किलोमीटर): राष्ट्रीय राजमार्ग 72 (NH72) के माध्यम से।
- नरेन्द्रनगर – चंबा (40 किलोमीटर): राष्ट्रीय राजमार्ग 72 (NH72) के माध्यम से।
- चंबा -धरासू बैंड (80 किलोमीटर): राज्य राजमार्ग 45 (SH45) के माध्यम से।
- धरासू बैंड – बरकोट (40 किलोमीटर): राज्य राजमार्ग 45 (SH45) के माध्यम से।
- बरकोट – स्याना चट्टी (27 किलोमीटर): राज्य राजमार्ग 45 (SH45) के माध्यम से।
- स्याना चट्टी – हनुमान चट्टी (6 किलोमीटर): सड़क मार्ग।
- हनुमान चट्टी से – फूल चट्टी तक (5 किलोमीटर): सड़क मार्ग।
- फिर फूल चट्टी से – जानकी चट्टी (3 किलोमीटर): सड़क मार्ग।
- जानकी चट्टी से – यमुनोत्री से 6 किलोमीटर की पैदल यात्रा और घोड़े/खच्चर की सवारी भी उपलब्ध है।
यमुनोत्री धाम से प्रमुख शहरों की दूरी :-
शहर | मुनोत्री से केवल अनुमानित दूरी (किमी) |
---|---|
देहरादून | 220 |
हरिद्वार | 226 |
ऋषिकेश | 222 |
केदारनाथ | 350 |
जानकीचट्टी | 5 (पैदल यात्रा) |
जोशीमठ | 370 |
दिल्ली | 535 |
मेरठ | 350 |
आगरा | 610 |
अहमदाबाद | 1330 |
कानपुर | 893 |
नागपुर | 1470 |
मुंबई | 1795 |
बैंगलोर | 2533 |
चेन्नई | 2586 |
विशाखापट्टनम | 2158 |
मंगलौर | 2703 |
नाशिक | 1681 |
पांडिचेरी | 2741 |
केरल | 3015 |
भोपाल | 1170 |
कोलकाता | 1871 |
विजयवाड़ा | 2235 |
पुणे | 1855 |
सूरत | 1564 |
Can I go yamunotri by my car | क्या मैं अपनी कार से यमुनोत्री जा सकता हूँ
अगर आपको पहाड़ों में गाड़ी चलने का अनुभवों है , तो ऋषिकेश-नरेंद्रनगर-यमुनोत्री मार्ग पूरी तरह से सड़क मार्ग जुड़ा हुआ है ओर चार धाम की सड़के अब पहले से अच्छी है |
हालांकि सिल्कारा सुरंग का काम अब पिछले साल की दुर्घटना के कारणों से देरी से पूरा होगा , इस सुरंग के बन जाने के बाद समय की काफी बचत होती और सड़क मार्ग से यमुनोत्री धाम आसानी से पंहुचा जा सकता है |

ओर इस बात का विशेष ध्यान रखें की ऋषिकेश से यमुनोत्री ( by own car) अपनी कार से जाते समय इस मार्गे में पेट्रोल पंपों की संख्या सीमित है , और सड़को पर मोड़ काफी घुमावदार है इसलिए सावधानी से गाड़ी चलायें |
अपनी गाड़ी से ऋषिकेश से जानकी चट्टी तक की दूरी लगभग 210 किलोमीटर है जिसको आप 6-7 घंटे में आसानी से पूरा कर सकते है और और आपका पेट्रोल का कुल खर्च ₹1500-₹1800 तक आ सकता है |
यमुनोत्री धाम जाने का सबसे बढ़िया समय | Best Time to Visit Yamunotri
यमुनोत्री धाम जाने का सबसे अच्छा समय मई से जून और सितंबर से नवंबर के बीच का होता है। इन महीनों में मौसम सुहाना और ट्रैकिंग के लिए आदर्श होता है। हालांकि, जुलाई से अगस्त तक चलने वाले मानसून के मौसम में यहां जाने से बचना चाहिए क्योंकि इस क्षेत्र में भारी बारिश होती है, जो ट्रैकिंग रास्ते को फिसलन भरा और जोखिमपूर्ण बना सकती है।
यमुनोत्री धाम की यात्रा कितने दिन की करनी चाहिए |Yamunotri Trek Itinerary
समानता यमुनोत्री धाम की यात्रा को आप तीन दिन में पूरी कर सकते हैं| तो इस प्रकार से ऋषिकेश से यमुनोत्री धाम की यात्रा का विवरण:-
- पहला दिन:- इस दिन आप सुबह-सुबह हरिद्वार, ऋषिकेश या देहरादून से बड़कोट होते हुए जानकीचट्टी पहुंच जाए और रात्रि में वहीं विश्राम करें| यमुनोत्री धाम पहुंचने में आपको 7 से 8 घंटे का समय लग जाएगा| जानकीचट्टी में आपको एक हजार रुपए से ₹1500 में आसानी से होटल मिल जाएंगे जो की यात्रा के सीजन के हिसाब से घटता और बढ़ता रहता है|
- दूसरा दिन:- इस दिन सुबह-सुबह आप जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम की 6 किलोमीटर की पैदल यात्रा शुरू करें | 5 से 6 घंटे में आपकी यात्रा को पूरी कर वापसी में आप बड़कोट में रात्रि विश्राम सकते हैं | जानकी चट्टी के मुकाबले बड़कोट में रहने के कई सारे साधन उपलब्ध हैं| बड़कोट में भी आपको आसानी से हजार रुपए से ₹1500 में होटल मिल जाते हैं
- तीसरे दिन:- इस दिन आप बड़कोट से हरिद्वार, ऋषिकेश या देहरादून के लिए बस या शेयरिंग टैक्सी के माध्यम से वापस आ सकते हैं, यदि आप चाहये तो आप बरकोट से गगोत्री धाम की यात्रा भी कर सकते हैं|
टिप्स :- हालांकि की आप पहले दिन बरकोट में ही रुक क्योंकि यहाँ रुकने के काफी साधन और सुविधा है , यहाँ आपको रु 1500 में होटल मिल जाता है , जानकी चट्टी में काफी कम आप्शन है और सुविधाजनक नहीं रहता है | बडकोट से जानकी चट्टी लगभग 50 किलोमीटर है और आपको पहुचने में 4 घंटे का समय लग सकता है | अगले दिन सुबह सुबह बडकोट से शेयरिंग टैक्सी से जानकी चट्टी पहुच जाय और 6 किलोमीटर के ट्रेक को 5 से 6 घंटे में पूरा कर शाम तक बरकोट वापस आ जाये या समय है तो उत्तरकाशी भी जा सकते है ( यदि गंगोत्री धाम जाना है )
यमुनोत्री ट्रेक कितना कठिन है ?| How Yamunotri Trek Difficulty Level
जानकी चट्टी तक आप सड़क मार्ग से बस या शेयरिंग टैक्सी से पहुंच सकते हैं उसके पश्चात आपको 6 किलोमीटर का पैदल ट्रैक करके यमुनोत्री धाम तक जाना होगा|
जानकी चट्टी से यमुनोत्री धाम का 6 किलोमीटर का ट्रैक माध्यम चढ़ाई वाला है और इस यात्रा को पूरा करने के लिए आपका शारीरिक रूप से स्वस्थ होना अत्यंत आवश्यक है| एक स्वस्थ व्यक्ति जानकी चट्टी से यमुनोत्री धाम का ट्रैक यात्रा मार्ग के सुंदर नजारों का आनंद लेते हुए 4 से 5 घंटे में आसानी से पूरा कर लेता है|
यदि आपको पैदल चलने में कोई समस्या है तो आप इस 6 किलोमीटर के ट्रैक को घोड़े या पालकी से भी पूरा कर सकते हैं| जानकी चट्टी से यमुनोत्री धाम तक घोड़े का आने जाने का किराया लगभग ढाई हजार रुपए रहता है तो वहीं पालकी का किराया आने-जाने का लगभग ₹8000 तक रहता है|
इसीलिए यमुनोत्री धाम का ट्रैक करने से पहले आपको थोड़ा बहुत पैदल चलने की आदत होनी चाहिए और एक स्वस्थ व्यक्ति इस पैदल ट्रैक को आसानी से पूरा कर सकता है|
वहीं यदि आप चार धाम की यात्रा हेलीकॉप्टर के माध्यम से कर रहे हैं तो खर्सिल हेलीपैड से यमुनोत्री धाम का ट्रैक लगभग 1 किलोमीटर का है|

यमुनोत्री ट्रेक के लिए कुछ टिप्स :-
- सुबह जल्दी ट्रैक शुरू करें: गर्मी होने से पहले अपनी 6 किलोमीटर की यात्रा के लिए सुबह जल्दी निकलना सबसे अच्छा होता है, खासकर गर्मियों में।
- पर्याप्त पानी और नाश्ता साथ रखें: रास्ते में आपको हाइड्रेटेड और ऊर्जावान रहने के लिए पर्याप्त पानी की बोतलें या हाइड्रेशन पैक और सूखे मेवे, चॉकलेट या एनर्जी बार ले जाएं।
- अपने आप को हाइड्रेटेड रखें: बार-बार पानी पीते रहें, खासकर गर्मियों में। ट्रैक पर चढ़ाई हो सकती है और पसीना आना स्वाभाविक है।
- नियमित अंतराल पर ब्रेक लें: अपने आप को थकाने से बचने के लिए रास्ते में नियमित रूप से रुकें और आराम करें और 6 किलोमीटर के ट्रेक तो 2-2 किलोमीटर के ट्रेक में बाँट कर पूरा करे ।
- अपनी फिटनेस के अनुसार गति बनाए रखें: तेज रफ्तार में चलने की बजाय धीमी और स्थिर गति से चलें। साथ वाले यात्रियों के मुकाबला न करे और अपनी गति के हिसाब से आगे चले |
- परतों में कपड़े पहनें: जैसे-जैसे आप ऊंचाई पर चढ़ते हैं, तापमान कम हो सकता है, इसलिए आप परतों में कपड़े पहन सकते हैं ताकि आप बदलते मौसम के अनुकूल खुद को ढाल सकें।
- गाइड के निर्देशों को सुनें और उनका पालन करें: स्थानीय गाइड को रास्ते का अच्छा ज्ञान होता है, इसलिए उनके निर्देशों का पालन करें। यमुनोत्री यात्रा से पहले यूट्यूब पर यात्रा की जानकारी पहले से ले |
- पर्यावरण का सम्मान करें और गंदगी ना फैलाएं: पहाड़ों को साफ रखें और अपने कचरे को अपने साथ वापस लाएं।
यमुनोत्री यात्रा के दौरान क्या करे और क्या न करे :-
यमुनोत्री ट्रैक के लिए Do’s और Don’ts:
Do’s (करने योग्य कार्य):
- पर्याप्त नकदी साथ रखें: यमुनोत्री यात्रा मार्गे में एटीएम काफी कम होते हैं, इसलिए पर्याप्त नकदी साथ रखें।
- टॉर्च या हेडलैंप साथ रखें: रात में या कम रोशनी वाली परिस्थितियों में रास्ता देखने के लिए टॉर्च या हेडलैंप ज़रूरी है।
- आरामदायक और मजबूत जूते पहनें: अच्छे ट्रैकिंग जूते पहनें जो टिकाऊ हों और पकड़ प्रदान करें।
- ऊंचाई के अनुकूल खुद को बनाएं: ऊंचाई पर जाने से पहले कुछ समय के लिए निचली ऊंचाई पर रहें ताकि आपका शरीर वातावरण के अनुकूल हो सके।
- आवश्यक परमिट और अनुमतियां लें: यमुनोत्री धाम के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है , यात्रा से पहले रजिस्ट्रेशन पर्ची लेकर चले |
- हाइड्रेटेड रहें: पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें, खासकर ट्रैकिंग के दौरान।
Don’ts (न करने योग्य कार्य):
- प्लास्टिक की थैलियां या बोतलें ना ले जाएं: पर्यावरण को बचाने के लिए प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करें।
- प्राकृतिक वातावरण को परेशान ना करें: पौधों को न तोड़ें और वन्यजीवों को परेशान न करें।
- तेज आवाज या तेज संगीत ना बजाएं: पहाड़ों में शांत वातावरण का सम्मान करें।
- ट्रैक पर कचरा ना फैलाएं: अपने कचरे को अपने साथ वापस लाएं और पहाड़ों को साफ रखें।
- जानवरों को ना खिलाएं: जंगली जानवरों को खिलाने से उन्हें मानव आबादी पर निर्भर बनाया जा सकता है, जो उनके और हमारे लिए खतरनाक हो सकता है।